मध्यप्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं। इस बीच दमोह से पार्टी विधायक राहुल लोधी ने इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया। इसके बाद मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने भाजपा पर एक बार फिर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया है।
कमलनाथ ने कहा, भाजपा को स्पष्ट लग रहा है कि इस चुनाव के क्या परिणाम आने वाले हैं। 10 नवंबर का इतना डर लग रहा है कि वे फिर से बाजार में चल पड़े हैं कि जो मिल जाए उसे खरीद लो।
मुझे कई विधायकों के फोन आए हैं कि भाजपा उनको फोन कर रही है और ऑफर दे रही है। उन्होंने कहा, मार्च महीने में मैंने सौदेबाजी की राजनीति से इनकार कर दिया था। सौदेबाजी की राजनीति मैं भी कर सकता था। मैंने चुनाव आयोग को आज पत्र लिखा है कि ये चुनाव निष्पक्ष होना चाहिए।
कमलनाथ द्वारा भाजपा पर ये आरोप ऐसे समय में लगाया गया है, जब दमोह से पार्टी विधायक राहुल लोधी ने इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में लोधी ने पार्टी की सदस्यता ली। भाजपा में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि मध्यप्रदेश उपचुनाव में भाजपा सभी सीटों पर जीते।
गौरतलब है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में इस साल मार्च में कांग्रेस के 22 विधायकों ने त्यागपत्र देकर भाजपा का दामन थाम लिया था। इस कारण मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई। कमलनाथ को 20 मार्च को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। फिर 23 मार्च को शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार बनी।