मध्यप्रदेश में मंत्री इमरती देवी को सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ द्वारा आइटम कहे जाने का मुद्दा गरमाया हुआ है। इसे लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर जुबानी जंग हो रही है। इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड सांसद राहुल गांधी ने कमलनाथ के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है और कहा है कि उन्हें इस तरह की भाषा बिल्कुल पसंद नहीं है।
राहुल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, कमलनाथ जी मेरी पार्टी के हैं, लेकिन व्यक्तिगत रूप से, मुझे उस प्रकार की भाषा पसंद नहीं है जिसका उन्होंने इस्तेमाल किया। मैं इसकी सराहना नहीं करता, चाहे वह कोई भी हो। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
वहीं, इस मुद्दे पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ पर निशाना साधा और कहा कि कमलनाथ खुद से ज्यादा किसी को श्रेष्ठ नहीं मानते हैं और इसी कारण ये सरकार तबाह हुई है।
शिवराज ने कहा, ‘अब भी आपको (कमलनाथ) इमरती देवी का नाम याद नहीं आया। 24 घंटे पूरे देश ने इमरती देवी को देखा। वो आपके मंत्रिमंडल की सदस्य रही हैं। सीधे-सीधे माफी क्यों नहीं मांगते? और ‘आइटम’ को जायज ठहरा रहे हैं। मैंने कल सोनिया गांधी जी को पत्र लिखा था उसका उत्तर मुझे नहीं मिला है।’
मुख्यमंत्री ने कमलनाथ के इमरती देवी को लेकर दिए बयान पर कहा, ‘ये अहंकार है, वो (कमलनाथ) अपने से श्रेष्ठ किसी को नहीं मानते हैं और इसी के कारण तो ये सरकार तबाह हुई क्योंकि इन्होंने प्रदेश को तबाह कर दिया था।’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘आज भाजपा को एहसास हो रहा है कि वह हार नहीं रहे, वो पिट रहे हैं। इसलिए वो ध्यान भटका रहे हैं। ये मध्यप्रदेश में चुनाव के असली मुद्दे, 15 साल के और पिछले 7 महीने के मुद्दों से लोगों का ध्यान मोड़ना चाहते हैं। ध्यान भटकाने के लिए कुछ भी बोल दो, मैं उन्हें इसमें सफल नहीं होने दूंगा।’
इमरती देवी पर की गई टिप्पणी को लेकर सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘ये कहते हैं कि मैंने असम्मानित बात की। कौन-सी असम्मानित बात? मैं तो महिलाओं का सम्मान करता हूं। अगर कोई सोचता है यह असम्मानित है तो मुझे इस बात का खेद है।’