विश्व में सबसे लंबी अटल टनल रोहतांग 10040 फीट की ऊंचाई पर बनकर तैयार है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने के आखिरी सप्ताह में टनल का उद्घाटन कर इसे देश की जनता को समर्पित करेंगे। 9.02 किलोमीटर लंबी अटल टनल रोहतांग के उद्घाटन का देशवासियों के साथ लाहौल-स्पीति के लोगों को बेसब्री से इंतजार है।
अटल टनल किसी अजूबे से कम नहीं है। यह टनल अपनी विशेषताओं के लिए खास है। टनल में हर 500 मीटर पर आपातकाल सुरंग है, जो टनल के दोनों छोरों पर निकलती है। हर 150 मीटर पर आपातकाल 4जी फोन की सुविधा है।
हर 60 मीटर पर सीसीटीवी हैं। अटल टनल रोहतांग के दोनों छोरों पर पूरी टनल का कंट्रोल रूम है। यहां से हर किसी पर पैनी नजर रखी जाती है।
बीआरओ के अतिरिक्त महानिदेशक अनिल कुमार ने कहा कि अटल टनल रोहतांग का कार्य पूरा कर लिया गया है। अटल टनल रोहतांग को 10 वर्षों में मात्र 3200 करोड़ रुपये में तैयार किया गया है।
टनल के निर्माण के दौरान सेरी नाला के पानी के चलते 600 मीटर पैच में चार साल का समय लग गया। अन्यथा वर्ष 2015 में ही टनल बनकर तैयार हो जाती।
टनल के ऊपर दो किलोमीटर ऊंचा पहाड़ है। इससे टनल को हैवी सपोर्ट सिस्टम देना पड़ा। सेना जल्द लेह-लद्दाख और कारगिल में पहुंचे, इसके लिए बीआरओ की ओर से योजनाएं बनाई गई हैं। मनाली-सरचू-लेह आने वाले तीन दर्रों में टनल बनाई जानी है। बीआरओ ने अटल टनल रोहतांग के उद्घाटन की तैयारियां तेज कर दी हैं।