नीट और जेईई की परीक्षा को लेकर लोगों में दो राय देखने को मिल रही है. कुछ लोगों का मानना है कि परीक्षा के आयोजन में और देरी नहीं करनी चाहिए. जबकि कई लोगों का मानना है कि बच्चे अगर सुरक्षित रहें तो आगे भी परीक्षा दे सकते हैं. पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इन परीक्षाओं के आयोजन के लिए केंद्र सरकार को एक सुझाव दिया है.
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्र सरकार को कहा है कि नीट और जेईई जैसी परीक्षाओं का आयोजन ऑनलाइन तरीके से भी कराया जा सकता है. मुझे लगता है कि भारत सरकार भी इस बात से सहमत होगी. यह पहले भी हो चुका है. पूरी दुनिया में भी ऐसा ही हो रहा है. तो फिर यहां क्यों नहीं हो सकता?
बता दें, देश में कोरोना वायरस संकट के बीच सितंबर महीने में नीट और जेईई की परीक्षा होने वाली है. इसको लेकर अब कांग्रेस देशव्यापी प्रदर्शन करने वाली है.
कांग्रेस 28 तारीख को राज्य और जिला मुख्यालयों पर केंद्र सरकार के कार्यालयों के सामने सुबह 11 बजे से देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करेगी. इतना ही नहीं, विरोध के लिए ऑनलाइन अभियान भी चलाया जाएगा.
सोशल मीडिया पर 28 तारीख को ही कांग्रेस की ओर से राष्ट्रव्यापी ऑनलाइन अभियान #SpeakUpForStudentSaftey चलाया जाएगा. उसी दिन सुबह 10 बजे से वीडियो, पोस्ट के माध्यम से विरोध किया जाएगा.
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नीट और जेईई परीक्षा को लेकर सात गैर-बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई. इस बैठक में शामिल सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने कोरोना काल में नीट और जेईई की परीक्षा टालने की मांग की.
जिसके बाद इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने तय किया है कि वे सितंबर में प्रस्तावित नीट और जेईई परीक्षा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.