पंजाब में जहरीली शराब के मामले में पूरा विपक्ष प्रदेश की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार के खिलाफ लामबंद हो गया है। विपक्ष द्वारा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे की मांग की जा रही है। आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को कैप्टन सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। आप नेताओं ने सीएम आवास के बाहर धरना देने की योजना बनाई थी। इस दौरान धरना देने जा रहे आप नेताओं सांसद भगवंत मान, नेता प्रतिपक्ष हरपाल चीमा सहित अन्य नेताओं व विधायकों को पुलिस ने सीएम आवास के कुछ दूरी पर ही हिरासत में ले लिया।
नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने साढ़े तीन साल के कार्यकाल में घपले-घोटाले और हर बड़े मामले में पर्दा डालने के अलावा कुछ नहीं किया। बेअदबी मामला हो या बहबल कलां-कोटकपूरा गोली कांड, मुख्यमंत्री ने सिर्फ स्पेशल जांच टीम (सिट) गठित कर पल्ला झाड़ लिया।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को स्पष्ट करना चाहिए कि अब तक किस मामले या घोटाले की जांच पूरी होने के बाद दोषियों की सजा यकीनी बनाई गई है। चीमा ने अरविंद केजरीवाल द्वारा जहरीली शराब के मामले में सीबीआइ जांच की मांग पर कैप्टन द्वारा की गई टिप्पणी पर आपत्ति भी जताई।
विपक्ष हुआ लामबंद, भाजपा ने मांगा कैप्टन का इस्तीफा
शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने आरोप लगाया है कि अवैध शराब की जड़ें मुख्यमंत्री कार्यालय से जुड़ी हुई हैं। इसलिए मामले की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज या सीबीआइ से करवाना जरूरी है। मामले के तार कांग्रेस के विधायकों के साथ जुड़े हैं तो ऐसे में पंजाब पुलिस निष्पक्ष जांच नहीं कर सकती है।
उन्होंने सवाल किया कि सरकार का बचाव करने वाले कैबिनेट मंत्री तब कहां थे जब अवैध शराब की फैक्ट्रियां पकड़ी गईं। राजपुरा और खन्ना में पकड़ी गई नकली शराब फैक्ट्री, लुधियाना में पकड़ी गई पैङ्क्षकग फैक्ट्री और माझा में जहरीली शराब के मामले में कांग्रेस के विधायकों का ही नाम आ रहा है।
मायावती ने ट्वीट कर कहा, पंजाब में बंद करवाया जाए अवैध शराब का धंधा
रविवार को जहां दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की थी। वहीं अब उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने ट्वीट कि पंजाब में अवैध शराब के काले धंधे को तुरंत बंद कराना चाहिए। भारतीय जनता पार्टी ने भी कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे की मांग की है। भाजपा के महामंत्री जीवन गुप्ता ने कहा कि कैप्टन को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।