देश की दिग्गज एयरलाइन कंपनी इंडिगो का संकट गहराता जा रहा है. हाल ही में इंडिगो की ओर से 10 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी और सैलरी कटौती में बढ़ोतरी का ऐलान किया गया था.
अब कंपनी के तिमाही नतीजे भी आ गए हैं. ये नतीजे चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून तक के हैं.
आपको बता दें कि सख्त लॉकडाउन की वजह से अप्रैल और मई में डोमेस्टिक और इंटरनेशनल एयरलाइन सेवाएं बंद थीं. हालांकि, मई के आखिरी में डोमेस्टिक फ्लाइट्स को उड़ान की मंजूरी दे दी गई थी. लेकिन इंटरनेशनल फ्लाइट्स अब भी बंद हैं.
इंडिगो की पैरेंट कंपनी इंटरग्लोब एविएशन को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 2844 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है. इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी ने 1203 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था.
कंपनी की ओर से बताया गया कि तिमाही के दौरान उसकी कुल आय 88 प्रतिशत घटकर 1,143.8 करोड़ रुपये रह गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 9,786.9 करोड़ रुपये रही थी.
तिमाही के दौरान एयरलाइन की परिचालन आय 91.9 प्रतिशत घटकर 766.7 करोड़ रुपये रह गई. हालांकि, नतीजों के बाद गुरुवार के कारोबार में इंडिगो के शेयर में करीब 3 फीसदी की तेजी देखी गई.
एयरलाइन ने कहा कि जून तिमाही में औसत किराया 11.1 प्रतिशत बढ़कर 4.53 रुपये प्रति यात्री प्रति किलोमीटर रहा. इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रनजॉय दत्ता ने कहा, ‘‘इस समय एविएशन इंडस्ट्री अपने आप को बाजार में टिकाये रखने के संकट से जूझ रहा है.
ऐसे में हमारी शीर्ष प्राथमिकता नकदी को बचाने की है.’’ जून के अंत तक इंडिगो के बेड़े में कुल 274 विमान थे. वहीं, इंडिगो का कैश सरप्लस 18,449.8 करोड़ रुपये था.