गाजियाबाद के लोनी से बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने अपने बयान पर अफसोस जाहिर करने या उसे वापस लेने से इनकार कर दिया है.
मीडिया से खास बात चीत में नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि इस बयान के लिए उसे मुस्लिम समुदाय से बधाई मिल रही है. उन्होंने कहा कि सबसे प्यारा चीज अपना बच्चा होता है उसकी कुर्बानी कोई नहीं करता है.
नंद किशोर गुर्जर ने कहा है कि बकरीद पर मांस और शराब का सेवन नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा, “कुर्बानी नहीं करेंगे, क्योंकि कुर्बानी जो है वो किसी भी अपने पवित्र चीज को ऊपर वाले को समर्पित करने का नाम है, जिस तरह सनातन धर्म में पहले बलि दी जाती थी, अब नारियल फोड़कर उसकी जगह बलि की पूर्ति की जाती है, बकरे को नहीं काटा जाता है, इसी तरह मेरा इस्लाम धर्म के मानने वालों से निवेदन है कि वो भी अपने पवित्र चीज को, अपने बच्चे को बलि नहीं करता है…अगर ज्यादा कोई कहता है कि मुझे कुर्बानी देनी है…तो अपने बच्चों की बलि दें…इस तरह निरीह जीवों को मारकर के बलि देना कहना…उनको खाना…अगले जन्म में उनको बकरा बनना पड़ेगा.
उन्हें लोग खाएंगे…प्रकृति का नियम है, जो जैसा करता है उसे भरना पड़ता है…लोनी के लोगों से खास तौर पर कहना है कि वे इस तरह बिल्कुल तरह न करें…इससे कोरोना फैलने की संभावना है.”
नंदकिशोर गुर्जर से जब पूछा गया कि क्या वे इस बयान के लिए माफी मांगते हैं या अफसोस जताते हैं तो उन्होंने इससे इनकार कर दिया.
नंदकिशोर ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि बच्चा सबसे प्यारा होता है लेकिन बच्चे की बलि नहीं दी जा सकती है.
उन्होंने कहा कि वे लोनी विधानसभा क्षेत्र की बात कर रहे थे, यहां का मुद्दा अलग है. यहां एयर फोर्स का बेस है. अगर हड्डियां इकट्ठा होगी तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा?
नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि उन्हें अपने बयान के लिए माफी मांगने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि यहां वायुसेना का ऑर्डिनेंस लागू है, अगर कुछ होता है तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा. उन्होंने कहा कि बच्चों को लेकर ऐसा बयान नहीं दिया है.