केदारनाथ धाम की यात्रा पर आए चार यात्री लापता हो गए हैं. यात्री केदारनाथ धाम से वासुकीताल-त्रियुगीनारायण पैदल ट्रैक पर गए थे.
लापता हुए यात्रियों का पता लगाने के लिए तीन टीमें जंगल में सर्च अभियान चला रही हैं. यात्रियों को ढूंढने के लिए हेलिकॉप्टर से भी उनकी खोजबीन की गई. बारिश और घने कोहरे के बीच सर्च ऑपरेशन चलाने में दिक्कतें हो रही हैं.
अभी तक यात्रियों का कोई सुराग नहीं मिला है. पुलिस, एसडीआरएफ और स्थानीय गाइड की तीन टीमें दो दिनों से जंगल में खोजबीन कर रही हैं. दरअसल, 13 जुलाई को देहरादून और नैनीताल जिले के हिमांशु गुरूंग, हर्ष भंडारी, मोहित भट्ट और जगदीश भट्ट दर्शन के लिए केदारनाथ गए थे.
जानकारी के मुताबिक, केदारनाथ धाम के दर्शन करने के बाद चारों यात्री वासुकीताल और फिर यहां से त्रियुगीनारायण ट्रैकिंग करने गए थे. जबकि इनका पांचवा साथी वापस सोनप्रयाग आ गया था.
दो दिनों तक चारों ट्रैकरों के न पहुंचने पर इनके साथी ने सोनप्रयाग थाने में सूचना दी. जिसके बाद एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, पुलिस और स्थानीय गाइडों की टीमें सर्च ऑपरेशन के लिए बनाई गई.
दो दिन से तीन टीमें केदारनाथ और त्रियुगीनारायण के जंगलों में सर्च ऑपरेशन चला रही हैं, लेकिन लापता यात्रियों का कुछ पता नहीं चल पाया है.
बुधवार सुबह देहरादून से हेलिकॉप्टर भी जंगल में सर्च ऑपरेशन के लिए भेजा गया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिल पाई. जंगल में लगातार मौसम खराब हो रहा है. बारिश और घने कोहरे के बीच खोजबीन करने में दिक्कतें आ रही हैं. खोज-बचाव टीम जंगल में ही रुकी हुई हैं.
रुद्रप्रयाग की जिलाधिकारी वंदना सिंह का कहना है कि यात्री सोनप्रयाग से रजिस्ट्रेशन कराने के बाद केदारनाथ दर्शन करने के लिए गए थे.
13 जुलाई सुबह यात्रियों के लापता होने की सूचना मिली थी. जिसके बाद से लगातार सर्च अभियान चलाया जा रहा है. यात्रियों का अभी कुछ पता नहीं चल पा रहा है.