कारोबार जगत के दिग्गज शिव नाडर ने HCL टेक्नोलॉजी के चेयरमैन का पद छोड़ दिया है. HCL टेक्नोलॉजी के चेयरमैन की कमान शिव नाडर की बेटी रोशनी नाडर मल्होत्रा को सौंप दी गई है. वह कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ स्ट्रेटजी आफिसर बने रहेंगे.
कंपनी ने शेयर बाजार को दी जानकारी में कहा है, ‘मिस्टर नाडर कंपनी के एमडी और चीफ स्ट्रेटजी ऑफिसर बने रहेंगे और चेयरमैन पद पर उनकी जगह तत्काल प्रभाव से रोशनी होंगी.’
38 साल की रोशनी मल्होत्रा हाल तक कंपनी की सीईओ और गैर कार्यकारी निदेशक थीं. वह देश की सबसे धनी महिलाओं में से एक हैं. IIFL वेल्थ हारुन रैकिंग 2019 के मुताबिक उनकी कुल संपत्ति करीब 36,800 करोड़ रुपये की है. रोशनी ने दिल्ली के वसंत वैली स्कूल से प्राथमिक शिक्षा हासिल की और अमेरिका के नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी से कम्युनिकेशन की पढ़ाई की है. उन्होंने केलॉग स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से एमबीए किया है.
शिव नाडर ने ही HCL Technologies और शिव नाडर फाउंडेशन की स्थापना की थी. उन्होंने 70 के दशक में एचसीएल की स्थापना की थी और एक छोटी सी आईटी हार्डवेयर कंपनी को तीन दशकों में एक दिग्गज एंटरप्राइज में बदल दिया. आईटी कारोबार में उनके योगदान के लिए सरकार ने उन्हें पद्म भूषण अवॉर्ड से भी सम्मानित किया है. फोर्ब्स के मुताबिक उनकी कुल संपदा करीब 16 अरब डॉलर यानी करीब 1,20,000 करोड़ रुपये है.
उन्होंने 1976 में एक छोटे से गैराज से अपना कारोबार शुरू किया था, जहां उन्होंने कैलकुलेटर और माइक्रोप्रोसेसर बनाना शुरू किया. आज एचसीए टेक्नोलॉजी करीब 10 अरब डॉलर के आय वाली कंपनी हो गई है. कंपनी का कारोबार 45 देशों तक फैला हुआ है और इनमें करीब 1.49 लाख लोगों को रोजगार मिला है. जून 2020 की तिमाही में एचसीएल का समेकित शुद्ध मुनाफा करीब 32 फीसदी बढ़कर 2,925 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है.
14 जुलाई को 75 साल के हो चुके बिलिनेयर कारोबारी शिव नाडर अपने परोपकारी कार्यों के लिए भी चर्चा में रहते हैं. उन्होंने अपने शिव नाडर फाउंडेशन के माध्यम से शिक्षा जैसे सामाजिक कार्यों के लिए करीब 66.2 करोड़ डॉलर यानी करीब 5 हजार करोड़ रुपये की रकम दान की है.