अब देहरादून में होम क्वारंटीन किए गए लोगों की निगरानी मोबाइल ट्रैकिंग के जरिए की जाएगी। देहरादून जिलाधिकारी डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि होम क्वारंटीन किए गए लोगों की निगरानी मोबाइल ट्रैक कर की जाए।
जिले में आने वाले लोगों की निगरानी तथा उनकी आवाजाही प्रतिबंधित करने के लिए उनके मोबाइल को ट्रैक कर नजर रखना जरूरी है।
डीएम जिला कार्यालय सभागार में बीएसएनएल, वोडाफोन-आइडिया, एयरटेल एवं जियो कंपनी के टेलीकॉम प्रबंधकों के साथ बैठक कर रहे थे। डीएम ने कहा कि मोबाइल नंबरों को ट्रैक करने के साथ ही होम क्वारंटीन लोगों के मोबाइलों की लिस्ट उन्हें रोज उपलब्ध कराई जाए।
ऐसे लोगों की निगरानी 14 दिन तक की जाएगी। साथ ही उनके मोबाइल की गतिविधियों की जानकारी भी रोज तीन बार प्रशासन को दी जाएगी। जिससे होम क्वारंटीन किए गए लोगों के अपने घर से इधर-उधर जाने पर प्रशासन को अलर्ट का मैसेज मिल जाएगा। वहीं, उन्होंने होम क्वारंटीन किए गए लोगों के घर से बाहर निकलने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्रवाई की चेतावनी दी।
जिलाधिकारी डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव खड़कमाफी क्षेत्र के सर्वे कार्य में अभिलेखों का सत्यापन में बरती जा रही सुस्ती पर भड़क गए। उन्होंने 17 अगस्त तक रिपोर्ट तैयार कर उन्हें देने के निर्देश दिए।
देरी होने पर कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी। सर्वे कार्य से जुड़े एआरओ के मौजूद न रहने पर उन्होंने नायब तहसीलदार को बंदोबस्त संबंधी कार्य को तय समय पर पूरा करने को कहा। इस दौरान एडीएम प्रशासन अरविंद पांडेय आदि मौजूद रहे।
कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले मिलने के बाद पाबंद किए दून के 16, मोहिनी रोड को मुक्त कर दिया गया। वहीं, दूसरी ओर मसूरी के भट्ठा गांव में चार लोगों के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद उनके आसपास के मकानों को पाबंद कर दिया गया है।
जिलाधिकारी डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मुख्य चिकित्साधिकारी की रिपोर्ट के बाद 16, मोहिनी रोड को कंटेनमेंट जोन से बाहर कर दिया गया है। बताया कि 11 जून को यहां कोरोना का मरीज मिला था। 28 दिन तक टीम ने यहां सामुदायिक निरीक्षण किया। कोई नया मामला सामने नहीं आने पर इस क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन से बाहर किया गया है।
वहीं, मसूरी क्षेत्र के भट्ठा गांव में कोरोना संक्रमण मिलने के बाद मरीजों के घर के पूर्व दिशा में गांव की सड़क के देहरादून-मसूरी हाईवे के मिलान बिंदु तक, पश्चिम में आशीष थापली के मकान तक, उत्तर में चंदन सिंह थापली तथा दक्षिण में रजवंत कोटाल के मकान तक के क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। मौजूदा समय में देहरादून में गोविंदगढ़, 202 ईदगाह चकराता रोड कंटेनमेंट जोन हैं, जबकि डोईवाला में वार्ड-15 तेलीवाला पाबंद है।
देहरादून जिला प्रशासन ने बुधवार को सार्वजनिक स्थानों पर मास्क न पहनने पर 218 लोगों के चालान किए।
जिसमें ऋषिकेश में 18, डोईवाला में 41, तहसील सदर में 73, मसूरी में 32, कालसी में 20, विकासनगर में 34 लोग शामिल हैं।
फ्लाइट से 142 लोग दून पहुंचे, जबकि 176 लोग अन्य राज्यों के लिए रवाना हुआ। वहीं शासकीय विभाग से पीआरओ दून मेडिकल कॉलेज गौरव चौहान को कोरोना वॉरियर चुना गया।
डीएम ने बताया कि कोरोना जांच के लिए बुधवार को जिले में 643 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। आशा कार्यकर्ताओं ने 2594 लोगों की निगरानी की है।
दूसरे राज्यों से आए 932 लोगों को स्वास्थ्य परीक्षण के बाद क्वारंटीन किया गया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने 32236 लोगों की सामुदायिक निगरानी का कार्य किया।
233 को-मोर्बिडिटी अवस्था के लोगों को चिन्हित किया गया। जबकि को-मोर्बिडिटी अवस्था वाले 150 लोगों से फोन पर संपर्क कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली गई।