कंबो थानांतर्गत पड़ते जेठूवाल गांव के कुश्ती खिलाड़ी हीरा सिंह की मौत का राज खुल गया है। हीरा सिंह की मौत स्वाभाविक नहीं थी, बल्कि उसकी ही पत्नी ने अपने आशिक के साथ मिलकर उसकी हत्या की थी। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपित महिला ने 23 मई को शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया। पुलिस ने अब महिला व उसके आशिक पर हत्या और शव खुर्दबुर्द करने के आरोप में केस दर्ज किया है। थाना प्रभारी गुरप्रीत सिंह ने बताया कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है।
जेठूवाल गांव निवासी सुखवंत सिंह के बयान पर कंबो पुलिस ने उसकी बहू और आशिक चरणजीत सिंह को नामजद कर लिया है। सुखवंत सिंह ने पुलिस को बताया कि उनका बेटा हीरा सिंह गांव के कुश्ती का अच्छा खिलाड़ी था। 12 साल पहले बेटे की शादी गुरदासपुर के गडिया गांव निवासी अमनदीप कौर से शादी हुई थी। इस बीच गांव का ही चरणजीत सिंह दुबई से लौट आया। हीरा सिंह की 10 साल की बेटी और आठ साल का बेटा है।
चरणजीत ने उनके घर आना जाना शुरू कर दिया। वह परिवार को झांसा देने लगा कि वह हीरा सिंह और उसके सारे परिवार को अपने साथ विदेश ले जाएगा। सुखवंत सिंह ने बताया कि इस बीच उनकी बहू और चरणजीत सिंह के अवैध संबंध स्थापित हो गए। बेटे ने कई बार दोनों को समझाया था, लेकिन नहीं मानने पर परिवार में झगड़ा रहने लगा।
22 मई की रात चरणजीत सिंह उनके घर आया था। देर रात तक उनके घर की ऊपरी मंजिल पर रहा। सुखवंत सिंह ने बताया कि 23 मई की सुबह उन्होंने देखा कि उनके बेटे हीरा सिंह की मौत हो चुकी थी। परिवार ने आशंका जताई थी कि हीरा सिंह की जहरीला पदार्थ देकर हत्या की गई है। आरोपित बहू ने अपने सगे संबंधियों के साथ पुलिस को शिकायत दिए बगैर पति का अंतिम संस्कार भी कर दिया।