पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर चर्चाओं का बाजार हमेशा गर्म रहता है। कभी आम आदमी पार्टी में जाने की बात होती है तो कभी कैप्टन कैबिनेट में वापसी के कयास शुरू होते हैं। इसी बीच पंजाब में सिद्धू को लेकर नई चर्चा शुरू हुई। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सिद्धू को लेकर बड़ा बयान दिया है।
नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब सरकार में पहले शहरी स्थानीय निकाय मंत्री रह चुके हैं। नवजोत सिंह सिद्धू को एक बार फिर से मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नकार दिया है।
उन्होंने साफ कर दिया है कि सूबे की राजनीति उसी ढंग से चलेगी जिस ढंग से वे चाह रहे हैं। इसी के साथ उन्होंने मंत्रिमंडल में फेरबदल की संभावनाओं से इनकार कर दिया है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि कोविड-19 के कठिन समय में उनके मंत्री खासकर स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू, मेडिकल शिक्षा और अनुसंधान मंत्री ओपी सोनी और ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री तृप्त राजिन्दर सिंह बाजवा अच्छा काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के इस कठिन पड़ाव पर फेरबदल की कोई जरूरत नहीं लगती।
इस महामारी के खिलाफ जंग जीतना उनकी प्राथमिकता है। यदि फेरबदल की जरूरत हुई तो इस पर बाद में विचार किया जाएगा। यह पूछे जाने पर कि क्या नवजोत सिंह सिद्धू को कोई नई जिम्मेदारी दी जा सकती है? इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि सिद्धू को राज्य या केंद्र में कोई जिम्मेदारी देने का अंतिम फैसला पार्टी हाईकमान करेगा।
मालूम हो कि नवजोत सिंह सिद्ध को लेकर चर्चा है कि वे आलाकमान के माध्यम से पंजाब में उपमुख्यमंत्री का पद हासिल करना चाह रहे हैं लेकिन कैप्टन ने आज अपनी शैली में एक बार फिर से साफ कर दिया है कि उनके रहते सिद्धू की यह ख्वाहिश पूरी होना मुश्किल है। इसके साथ ही कैप्टन ने अपनी टीम पर भरोसा जताकर यह भी साफ कर दिया है कि पंजाब में उन्हें किसी की जरूरत नहीं है।