उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) प्रयागराज ने शनिवार को कक्षा 10वीं और 12वीं के बोर्ड रिजल्ट घोषित किए. उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने दोपहर 12 बजे लखनऊ के लोक कल्याण भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से रिजल्ट की घोषणा की.
हाई स्कूल में 30.24 लाख छात्र (30,24,632) और इंटरमीडिएट में 25.86 लाख (25,86,440) छात्रों के साथ इस वर्ष कक्षा 10 और 12 की परीक्षा में कुल 56.11 लाख से अधिक छात्र उपस्थित हुए. बता दें, इस साल 10वीं में 83.31 फीसदी छात्र पास हुए हैं. जिसमें रेगुलर- 83.44 फीसदी और प्राइवेट- 65.03 फीसदी हैं.
रिजल्ट जारी होने के बाद 3 दिनों के भीतर छात्रों को मार्कशीट मिलेगी. मार्कशीट को क्षेत्रीय कार्यालयों, फिर जिला प्रमुखों और विद्यालयों को भेजा जाएगा जो आगे सुनिश्चित करेंगे कि वे छात्रों तक पहुंचाई जाएं.
कोरोना वायरस महामारी के कारण देरी से 56 लाख से अधिक छात्रों को लगभग तीन महीने तक इंतजार करना पड़ा. बता दें, मार्कशीट में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के निर्देशों के अनुसार अंग्रेजी और हिंदी दोनों में छात्रों के नाम, स्कूल और अन्य डिटेल्स होंगी.
यूपी बोर्ड ने सर्टिफिकेट में एक ऑनलाइन सुधार प्रक्रिया भी शुरू की है, जहां 2017 के बाद से परीक्षा में बैठने वाले छात्र अपने सर्टिफिकेट में सुधार कर सकते हैं.
बोर्ड ने 2019 में कक्षा 10 में 80.07 पासिंग प्रतिशत दर्ज किया था, जिसमें मुजफ्फरनगर सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला जिला था. गौतम रघुवंशी ने 97.17 प्रतिशत अंकों के साथ कक्षा 10वीं में पहला स्थान हासिल किया था.
दिनेश शर्मा ने कहा, ” कोरोना संकट में अन्य बोर्ड परीक्षाएं पूरी नहीं कर सके. हमने परीक्षाएं पूरी कर ली हैं.” उन्होंने बताया कि बोर्ड ने छात्रों की सहायता के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी शुरू किया है. वहीं उन्होंने बताया, 2 करोड़ से अधिक आंसर शीट 21 दिनों के भीतर चेक की गई हैं.
बता दें, जो छात्र दो से अधिक विषयों में फेल होंगे उन्हें फेल माना जाएगा. बाकी के पास कम्पार्टमेंट परीक्षा के लिए बैठने का विकल्प है. जिन छात्रों के यूपी बोर्ड इंटर परीक्षा में कम अंक आए हैं, वे परिणाम घोषित होने के बाद सप्लीमेंट्री परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं.