भारत और चीन के बीच जारी मौजूदा विवाद को लेकर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में सर्वदलीय बैठक होगी. इस बैठक में कुल 17 राजनीतिक दलों के नेता हिस्सा लेंगे. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे इस बैठक में चीनी निवेश के मसले पर एक राष्ट्रीय नीति बनाने की मांग रख सकते हैं.
सूत्रों की मानें, तो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक में इस मसले को उठाएंगे. इसमें चीनी निवेश पर राष्ट्रीय नीति के साथ प्रोजेक्ट्स को लेकर भी नीति की मांग कर सकते हैं.
शिवसेना की मांग है कि केंद्र सरकार को एक नीति बनानी चाहिए, जिसमें चीनी कंपनियों के द्वारा भारत में किए जा रहे निवेश, भारत के प्रोजेक्ट्स में निवेश को लेकर कुछ नियम और नीति तय की जाए.
आपको बता दें कि 15 जून को गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़प के दौरान भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे. इसी के बाद से ही देश में चीन के खिलाफ गुस्सा है, अलग-अलग हिस्सों में लोग सड़कों पर उतरकर चीन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
भारत सरकार भी अपना चुकी है सख्त रुख
गुरुवार को भारतीय रेलवे ने चीनी कंपनी को दिए गए एक कॉन्ट्रैक्ट को रद्द कर दिया है. करीब चार साल पहले चीनी कंपनी को सिग्नल सिस्टम लगाने के लिए एक ठेका दिया गया था, लेकिन चीनी कंपनी ने काफी धीमी गति से काम किया. अब इसी लापरवाही पर एक्शन लेते हुए सरकार ने ठेका ही रद्द कर दिया.
इसके अलावा बीते दिनों सरकार ने बीएसएनल-एमटीएनएल समेत अन्य टेलिकॉम कंपनियों से कहा है कि वह चीनी सामान पर अपनी निर्भरता को कम करें.
आपको बता दें कि इस बैठक में देश की कुल 17 राजनीतिक दलों के नेता शामिल होंगे. सोनिया गांधी, मायावती, शरद पवार, नीतीश कुमार, उद्धव ठाकरे, अखिलेश यादव समेत दिग्गज नेता इस बैठक में वर्चुअल तौर पर हिस्सा लेंगे.
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