पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। संघर्षविराम का उल्लंघन कर आतंकियों को घुसपैठ कराने की कोशिशें कर रहा है। इसी क्रम में पाकिस्तानी सेना ने उत्तरी कश्मीर में हंदवाड़ा के नौगाम सेक्टर में संघर्षविराम का उल्लंघन किया। जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया। भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के तीन सैनिक मारे गए हैं।
उधर, पुंछ जिले में कई माह से नियंत्रण रेखा पर कीरनी सेक्टर में लगातार पाकिस्तानी सेना की तरफ से की जा रही गोलाबारी से जहां लोगों के घरों को नुकसान पहुंच रहा है।
नियंत्रण रेखा से सटे डोकरी में पाकिस्तानी गोलाबारी के बाद में जगह-जगह बिखरे पड़े गोले ग्रामीणों के लिए खतरा बने हुए हैं। लोग इनके कभी भी फट जाने की आशंका से दहशत में हैं।
बड़ी संख्या में पाकिस्तानी गोले लोगों के घरों के आसपास पड़े हैं। इसके कारण लोग खेतों में काम करने जाने से भी डर रहे हैं। गांव डोकरी के मोहम्मद अकबर, अब्दुल रहीम, मोहम्मद सलीम आदि का कहना है कि तीन चार दिन पहले पाकिस्तानी गोलाबारी में गांव में छह से अधिक मोर्टार शेल बिखरे पड़े हैं। हमने क्षेत्र में तैनात सेना के अधिकारियों से इन्हें निष्क्रिय करने की मांग की।
सेना के पहुंचने तक गांव के लोगों ने इन गोलों के आसपास झाड़ियां रखकर उन्हें चिह्नित कर रखा है ताकि गलती से कोई बच्चा अथवा जानवर छेड़छाड़ न कर दे।
इन लोगों का कहना है कि गनीमत है कि इन दिनों गांव के स्कूल बंद हैं। अगर स्कूल खुले होते तो बच्चे तो इन गोलों की जद में आ सकते थे। क्योंकि दो गोले तो स्कूल के रास्ते में ही पड़े हैं। जिला प्रशासन से हमारी मांग है कि इन गोलों को निष्क्रिय कराने के लिए कोई कदम उठाएं।