Reliance Industries ने पिछले दो माह में 14 अरब डॉलर की परिसंपत्तियों की बिक्री की घोषणा के साथ सात अरब डॉलर के राइट्स इश्यू की प्रक्रिया को पूरा किया है। आने वाले समय में कंपनी को एनर्जी बिजनेस से अनुमान से अधिक आय की मदद से कर्ज में कमी लाने में मदद मिल सकती है। Morgan Stanley की एक रिपोर्ट में ऐसा कहा गया है। इस रपट में कहा गया है कि परिसंपत्ति की बिक्री के जरिए अनुमानित समय से भी कम समय में कर्ज घटाने में मदद मिली है। अगले चरण में एनर्जी और रिटेल सेक्टर में अधिक वृद्धि देखने को मिल सकती है।
पिछले दो माह में मुकेश अंबानी की दिग्गज कंपनी ने 14 अरब डॉलर की परिसंपत्तियों की बिक्री की घोषणा की है, सात अरब डॉलर का राइट्स इश्यू पूरा किया है। इसके अलावा कंपनी ने एक तिमाही तक नए निवेश को घटाने का फैसला किया है।
Morgan Stanley ने कहा है, ”हमें उम्मीद है कि इससे चालू वित्त वर्ष के आखिर तक कंपनी का शुद्ध कर्ज (1.6 लाख करोड़) आधा रह जाएगा और अन्य परिसंपत्तियों के मुद्रीकरण के साथ कंपनी कर्जमुक्त हो जाएगी।”
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि कर्ज में कमी लाने की कोशिशों के अगले चरण में एनर्जी सेक्टर की भूमिका अहम हो सकती है क्योंकि नकदी का प्रवाह उम्मीद से बेहतर रहा है।
Morgan Stanley ने कहा है कि देश में और दुनियाभर में ईंधन की मांग में तेजी आ रही है और पेट्रोकेमिकल की मांग में भी अनुमान से अधिक वृद्धि देखने को मिल रही है।