राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को कोरोना के पांच सौ नए मामले सामने आए। दिल्ली में इससे पहले 500 कोरोना के नए मामले एक दिन ही दिन में नहीं आए थे। दिल्ली सरकार की तरफ से जारी जारी किए गए आंकड़े के अनुसार, राजधानी में अब कोरोना के 10554 मामले हो गए हैं।
इसके साथ ही कोराना संक्रमण से पिछले 24 घंटे में 6 लोगों की मौत भी हुई है। दिल्ली में अब तक 166 लोगों की मौत हो चुकी है।
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि इलाज के बाद अब तक 4750 कोरोना के मरीज ठीक हो चुके हैं। इसके साथ ही अब दिल्ली में 5638 कोरोना के एक्टिव मरीज हैं जिनका इलाज अस्पतालों में किया जा रहा है।
इससे पहले सोमवार को कोरोना संक्रमण के मामले में राजधानी दिल्ली ने दस हजार का आंकड़ा छू लिया था। वहीं 12 मरीजों की मौत की भी पुष्टि हुई थी।
बता दें कि राजधानी में कोरोना का पहला मामला दो मार्च को सामने आया था और 30 अप्रैल तक कुल मामले 3515 थे। जबकि इस माह 18 दिनों में 6539 कोरोना से पीड़ित हुए और 101 मरीजों की मौत के मामले सामने आए। वहीं मई में यह आंकड़ा तेजी से बढ़ा है।
कोरोना के हल्के लक्षण वाले मरीजों को अस्पताल में भर्ती नहीं किया जा रहा है। अस्पतालों में सिर्फ गंभीर मरीज भर्ती किए जा रहे हैं।
कोविड केयर सेंटरों में भी हल्के लक्षण वाले ज्यादा मरीज भर्ती नहीं किए जा रहे हैं। ज्यादातर मरीजों को घर पर ही होम आइसोलेशन में रखा जा रहा है। 2250 मरीज घर में रहकर इलाज करा रहे हैं, जबकि अस्पतालों में 1772 मरीज भर्ती किए गए हैं।
एक समय महाराष्ट्र के बाद राजधानी दिल्ली कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित थी। लेकिन, गुजरात व तमिलनाडु में संक्रमण तेजी से फैलने के बाद दिल्ली का स्थान अब चौथा हो गया है।
दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से एक निश्चित गति से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। लेकिन, इसके साथ ही यहां कोरोना के मरीजों के ठीक होने की दर राष्ट्रीय औसत से बेहतर है।
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि कोरोना के मामले यहां जरूर बढ़े हैं, लेकिन मरीजों के ठीक होने की दर भी राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ी है।
देश में अब तक करीब 38.29 फीसद मरीज ठीक हुए हैं। वहीं दिल्ली में अभी तक 44.60 फीसद मरीज ठीक हुए हैं। अप्रैल में यह आंकड़ा 31.12 फीसद था। ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में एक माह में करीब 13.48 फीसद की बढ़ोतरी हुई।