कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के चलते ट्रेनों से भीड़ गायब होती जा रही है। रेलवे की आय भी कम हो गई है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार उपयोगिता कम होने के चलते पूर्वोत्तर रेलवे की दस जोड़ी ट्रेनों को एक अप्रैल तक विभिन्न तिथियों और स्टेशनों से निरस्त कर दिया गया है। जिसमें गोरखपुर से आनंदविहार के बीच चलने वाली हमसफर एक्सप्रेस भी शामिल हैं। जिन यात्रियों ने पहले से टिकट बुक करा लिया है, उनका पूरा किराया वापस होगा।
12571-12572 हमसफर 24 से 31 मार्च तथा 12595-12596 हमसफर एक्सप्रेस 24 मार्च से एक अप्रैल तक।
15070-15069 ऐशबाग- गोरखपुर-ऐशबाग इंटरसिटी एक्सप्रेस 19 से 31 मार्च तक।
15009-15010 गोरखपुर-मैलानी-गोरखपुर एक्सप्रेस 20 से 31 मार्च तक।
12530-12529 लखनऊ- पाटलीपुत्र -लखनऊ एक्सप्रेस 20 से 31 मार्च तक।
आज से 30 तक निरस्त रहेगी तेजस एक्सप्रेस
लखनऊ जंक्शन से नई दिल्ली के बीच चलने वाली 82501- 82502 तेजस सुपरफास्ट एक्सप्रेस भी 19 से 30 मार्च तक निरस्त कर दी गई है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार एक अप्रैल से यह ट्रेन पूर्व निर्धारित समय से चलाई जाएगी।
29 को चलने वाली भारत दर्शन यात्रा ट्रेन भी निरस्त
29 मार्च को गोरखपुर से रवाना होने वाली भारत दर्शन यात्रा ट्रेन भी निरस्त कर दी गई है। इंडियन रेलवे कैटङ्क्षरग एंड टूरिज्म कार्पोरेशन (आइआरसीटीसी) के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अश्विनी श्रीवास्तव के अनुसार 15 को रवाना हुई भारत दर्शन यात्रा ट्रेन उज्जैन से वापस हो गई है।
बिहार से दिल्ली रूट पर जाने वाली ट्रेनों की बोगियों में पैर रखने की जगह नहीं
बुधवार दोपहर 12 बजे के आसपास प्लेटफार्म नंबर एक पर जैसे ही कटिहार से अमृतसर जा रही आम्रपाली एक्सप्रेस रुकी, इंतजार कर रहे यात्री कोचों में चढऩे लगे। जनरल बोगी पहले से ही फुल थी। अंदर पैर रखने की जगह नहीं थी। अधिकतर यात्री गेट पर ही खड़े थे। अंदर की गर्मी और बदबू के चलते गेट पर खड़े यात्री भी प्लेटफार्म पर उतर गए। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के सवाल पर उनके चेहरे का भाव नहीं बदला। एक यात्री ने कहा, साहब हमें भी डर लगता है। रोजी-रोटी का सवाल है। घर से नहीं निकलेंगे तो क्या खाएंगे। अंदर झांककर देखिए। सीट नहीं मिलने पर यात्री बेडशीट बांधकर बैठे हुए हैं। टॉयलेट में गंदगी पसरी है। पानी का भी संकट था। इससे आगे उनके पास कुछ कहने के लिए नहीं बचा था।
बिहार से दिल्ली की तरफ जाने वाली ट्रेनें फुल रह रही है। यह स्थिति तब है जब कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए रेलवे ही नहीं देशभर के सभी संस्थानों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। रेलवे में घोषणा हो रही है कि लोग भीड़-भाड़ वाले स्थान पर न जाएं, लेकिन आम्रपाली, सत्याग्रह, बिहार संपर्क क्रांति और शहीद आदि ट्रेनों में लोग हिल भी नहीं पा रहे हैं। प्लेटफार्म पर गूंज रहा संदेश यात्रियों को जैसे चिढ़ा रहा है।
रेलवे प्रशासन लाख दावा कर ले, लेकिन भीड़ में संक्रमण से बचाव की सारी व्यवस्था ध्वस्त नजर आ रही है। यात्रियों की भीड़ रोजाना से कुछ कम थी, लेकिन न यात्रियों को संक्रमण की कोई चिंता थी और न रेलकर्मियों को फिक्र। एक-दो यात्री मास्क लगाए थे। कुछ रुमाल और गमछे मुंह पर बांधे हुए थे।