देश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और लगातार लोगों को सतर्कता बरतने को कहा जा रहा है. इस वायरस के बीच बाजार में हैंड सैनेटाइज़र और मास्क की डिमांड बढ़ गई है.
तेलंगाना के हैदराबाद से स्पेशल ऑपरेशन टीम ने एक फैक्ट्री में छापा मारा है जहां नकली हैंड सैनेटाइज़र बनाया जा रहा था. हैदराबाद के चारापली इलाके में नकली हैंडसैनेटाइज़र बनाने की यूनिट लगी हुई थी, जहां पर सूचना मिलने के बाद छापा मारा गया.
कोरोना वायरस को लेकर फैले इस खौफ के बीच सबसे ज्यादा मांग हैंड सैनेटाइज़र की है और तेलंगाना में भी ये डिमांड में है. सूचना मिलने के बाद स्पेशल ऑपरेशन टीम ने कमिश्नर की अगुवाई में छापा मारा और इस दौरान कई नकली प्रोडक्ट्स को जब्त किया. ये पुलिस ने हैंड सैनेटाइज़र के अलावा Co-Clean 19 जैसे कुछ अन्य प्रोडक्ट्स जब्त किए.
पुलिस ने इस मामले में तीन को गिरफ्तार किया है, जबकि केस भी दर्ज कर लिया गया है. इस मामले में IPC की धाराओं के अलावा कमोडिटी एक्ट, 1955 के तहत भी केस दर्ज किया गया है.
पुलिस ने यहां पर 25 हजार सैनेटाइज़र की बोतल सीज़ की, जिनकी कीमत करीब 40 लाख रुपये के करीब थीं. इसके अलावा एक दूसरे मामले में पुलिस ने कुछ अन्य आरोपियों को 2500 सैनेटाइज़र के साथ गिरफ्तार किया.
पुलिस के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, ये यूनिट चलाने वाले कृष्ण किरन ने आयुष सोफ्टजेल कैप्सूल्स के नाम से लाइसेंस लिया हुआ था. 2018 के बाद से ही उसने हैदराबाद के इंडस्ट्रियल एरिया में फैक्ट्री लगाई थी और इस तरह के प्रोड्क्ट्स बनाए थे. जनवरी 2020 के बाद जैसे ही देश में हैंड सैनेटाइज़र की डिमांड बढ़ी तो इसी यूनिट में नकली प्रोडक्ट बनाने का काम शुरू हुआ.
इस दौरान सैनेटाइज़र के कई ब्रांड बनाए गए. जांच में पाया गया है कि अबतक इस यूनिट में हैंड सैनेटाइज़र की एक लाख से अधिक नकली बोतलें बन चुकी थीं.
आपको बता दें कि कोरोना वायरस के असर से बचने के लिए दुनियाभर के एक्सपर्ट्स सलाह दे रहे हैं कि बार-बार साबुन से हाथ धोएं. इसके अलावा एल्कोहल युक्त हैंड सैनेटाइज़र का भी उपयोग किया जा सकता है, तभी से ही ये डिमांड में हैं.