Jharkhand चतरा जिले के एक स्थानीय अनुसूचित जाति आवासीय बालिका उच्च विद्यालय में एक सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। विद्यालय की आठवीं कक्षा की 14 वर्षीया एक छात्रा डेढ़ माह की गर्भवती है। मामले का खुलासा तब हुआ, जब विद्यालय की शिक्षिका पेट में दर्द की शिकायत पर छात्रा को लेकर 14 फरवरी को रेफरल अस्पताल पहुंची। यहां चिकित्सकों ने छात्रा की दो बार जांच की, जिसमें गर्भधारण की पुष्टि हुई।
इससे पूर्व गढ़वा स्थित एक अन्य आवासीय विद्यालय में भी एक छात्रा के गर्भवती होने की पुष्टि हो चुकी है। इधर छात्रा के गर्भवती होने की सूचना पर विद्यालय पहुंची मीडिया से विद्यालय प्रबंधन बचने की कोशिश करता नजर आया। विद्यालय में प्राचार्य अनुपस्थित थे, जबकि छात्रा की जांच कराने वाली शिक्षिका मौजूद थी। पूछने पर शिक्षिका ने दो टूक कहा कि छात्रा छुट्टी लेकर घर गई है।
उसे जुकाम और बुखार था, जिसे दिखाने वह छात्रा को अस्पताल ले गई थी। इधर, रेफरल अस्पताल के चिकित्सक ने जांच में छात्रा के गर्भवती होने की पुष्टि की है।
‘संबंधित स्कूल के प्राचार्य से बात हुई है। उन्होंने इस प्रकार की घटना से इन्कार किया है। बच्ची के पेट में दर्द था, उसे उसे डॉक्टर से दिखाया गया था। फिर भी मामले की जांच कराई जाएगी।’ -सलमान जफर रोमी, जिला कल्याण पदाधिकारी, चतरा।
‘यह मामला गंभीर, चिंताजनक और शर्मसार करने वाला है। इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी। साथ ही दोषियों के खिलाफ कानून सम्मत कार्रवाई की जाएगी।’ – किशुन कुमार दास, विधायक, सिमरिया।
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