प्रमोशन में आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद विपक्षी पार्टियों ने मोदी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बाद अब पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी केंद्र पर निशाना साधा है. प्रियंका ने लिखा कि पहले बीजेपी ने दलित आदिवासियों पर होने वाले अत्याचार के खिलाफ बने कानून को कमजोर किया और अब बराबरी के अधिकार को कमजोर कर रही है.
ट्विटर के जरिए कांग्रेस महासचिव ने मोदी सरकार की नीयत पर सवाल खड़े किए. उन्होंने इस दौरान बीजेपी सरकार का आरक्षण खत्म करने के तरीके को भी बताया.
प्रियंका ने लिखा, ‘RSS वाले लगातार आरक्षण के खिलाफ बयान देते हैं. फिर उत्तराखंड की भाजपा सरकरा सुप्रीम कोर्ट में याचिका डालती है कि आरक्षण के मौलिक अधिकार को खत्म कर दिया जाए और उसके बाद यूपी सरकार भी नियमों से छेड़छाड़ शुरू कर देती है’.
प्रियंका गांधी वाड्रा ने लिखा कि भाजपा ने पहले दलित आदिवासियों पर होने वाले अत्याचार के खिलाफ बने कानून को कमजोर करने की कोशिश की और अब संविधान और बाबासाहेब द्वारा दिए बराबरी के अधिकार को कमजोर कर रही है. प्रियंका गांधी वाड्रा ने aajtak.in की खबर साझा कर केंद्र सरकार पर निशाना साधा.
गौरतलब है कि प्रियंका गांधी से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी इस मसले पर मोदी सरकार पर बरसे थे. राहुल गांधी ने संसद परिसर के बाहर मीडिया से बात करते हुए कहा कि बीजेपी और आरएसएस के एजेंडे में आरक्षण को खत्म करना रहा है, लेकिन वो ऐसा नहीं होने देंगे. राहुल बोले कि बीजेपी की रणनीति आरक्षण को रद्द करने की है, लेकिन बीजेपी वाले कितना भी सपना देख लें ऐसा कभी नहीं होगा. आरक्षण संविधान का हिस्सा है.
इधर बाहर लगातार विपक्षी पार्टी के नेता सरकार को घेर रहे हैं, वहीं संसद के अंदर भी इस मुद्दे पर सरकार को निशाने पर लिया जा रहा है. लोकसभा में कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने इस मसले पर मोदी सरकार को घेरा और उन्हें मनुवादी बताया. कांग्रेस के अलावा एनडीए में भाजपा के साथी लोक जनशक्ति पार्टी के चिराग पासवान, अपना दल की अनुप्रिया पटेल ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर आपत्ति जताई और सरकार को एक्शन लेने को कहा.
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने भी ट्विटर के जरिए इस मसले पर मोदी सरकार को घेरा. लालू यादव ने ट्वीट कर लिखा, ‘आरक्षण खत्म करने की बात करने वाले जातियां खत्म करने की बात क्यों नहीं करते? इसलिए कि जातियां उन्हें श्रेष्ठ बनाती हैं, ऊंचा स्थान देकर बेवजह उन्हें स्वयं पर अहंकार करने का अवसर देती हैं. हम कहते हैं पहले बीमारी खत्म करो लेकिन वो कहते है नहीं पहले इलाज खत्म करो.’