नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) संसद से पास होने के बाद विवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है. केरल, पंजाब और राजस्थान में इस कानून के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव भी पास हो चुका है.
इस कड़ी में अब नया राज्य तेलंगाना भी शुमार होने वाला है. तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने साफ कह दिया है कि उनके राज्य में भी नया कानून लागू नहीं होगा.
आने वाले विधानसभा सत्र में केसीआर ने इस कानून के खिलाफ प्रस्ताव लाने की बात कही है. केसीआर देश के दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों से इस कानून के खिलाफ लगातार संवाद बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर 10 लाख लोगों की भीड़ इकट्ठा करके इस बिल के खिलाफ जनसभा भी करेंगे.
संसद में कानून पास हो जाने के बाद से ही देशभर में इस कानून को लेकर आंदोलन जारी है. तेलंगाना में भी कई दिनों से इसी को लेकर चर्चा बनी हुई थी पर सभी केसीआर के प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे थे. मुख्यमंत्री केसीआर ने कल मीडिया से बात करते हुए अपना रुख साख किया. उन्होंने कहा है कि व्यक्तिगत रूप से उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह को बता दिया था कि वह इस बिल के खिलाफ हैं.
अपनी पार्टी का स्टैंड साफ करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी स्वभाव से धर्मनिरपेक्ष है और इस बिल की खिलाफत आगे भी जारी रखेगी. गैर बीजेपी राज्य के 16 मुख्यमंत्रियों के संग लगातार संवाद में रहते हुए केसीआर ने यह भी संभावना जताई है कि 10 लाख लोगों की भीड़ के संग इस कानून के विरोध में जनसभा भी कर सकते हैं.
तेलंगाना में इस कानून की खिलाफत को लेकर हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी लगातार आवाज उठा रहे हैं और वह तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर से भी इसकी खिलाफत करने की मांग कर रहे थे.
तेलंगाना में पिछले दिनों हुए नगर निकाय के चुनाव में जनसभाओं में मुख्यमंत्री से मांग कर रहे हैं कि वह कानून की खिलाफत करें उनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी लगातार टीआरएस पार्टी के खिलाफ आक्रामक बने हुए थे. कल हैदराबाद में हुए कानून की खिलाफत के शेरो शायरी के कार्यक्रम में ओवैसी ने टीआरएस के इस फैसले पर खुशी जताई.