झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुमका पुलिस लाइन के मैदान में आज तिरंगा फहराया। इस अवसर पर उन्होंने अराजक तत्त्वों को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि देश भीड़ तंत्र के हिसाब से नहीं चलेगा, बल्कि यह देश के संविधान और सुप्रीम कोर्ट के नियमों के हिसाब से चलेगा।
चाईबासा लोहरदगा की घटना से मर्माहत मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि राज्य में अराजकता फैलाने वालों से सरकार कड़ाई से निबटेगी। किसी को कानून हाथ में लेने का हक नहीं दिया जा सकता। शासन और प्रशासन संवेदनशीलता से काम करेगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार राज्य की शांति बिगाड़ने वाले तत्वों से कड़ाई से निपटेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे चाईबासा लोहरदगा की घटना से मर्माहत हैं। उन्होंने कहा कि वे राज्य के हर नागरिक से अपील करते हैं कि वे संविधान से मिले अपने अधिकारों के तहत ही अपनी बात रखें।
सभी को अपनी बात कहने का हक़ है। सभी को अपनी परम्परा और संस्कृति के अनुसार जीने का अधिकार है। भारत का संविधान सभी को अपना धर्म संप्रदाय भाषा, परंपरा और संस्कृति के अनुसार जीवन जीने का अधिकार देता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में संपन्न हुए चुनावों में झारखंड ने अपने लिए विकास की एक नई राह चुनी है। उन्होंने कहा कि झारखंड कई मामलों में पिछड़ गया है लेकिन अब उसे विकास के रास्ते पर आगे ले जाना सबकी जिम्मेदारी है।
वे ऐसा तंत्र बनाना चाहते हैं जिसमें समाज के सबसे कमजोर तबके के व्यक्ति को भी विकास का पूरा मौका मिले और जो समाज को शांति और खुशहाली की तरफ आगे ले जाए।