दिल्ली चुनाव में राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ ने भी पूरी ताकत झोंक दी है। ड्राइंग रूम मीटिंग कर स्वयंसेवक भाजपा के पक्ष में माहौल बना रहे हैं। इस नीति के तहत संघ के 38 सहयोगी संगठन भी बैठक कर रहे हैं। भाजपा ने जहां 15 हजार बैठकें करने की योजना बनाई है तो संघ ने 39 हजार ड्राइंग रूम मीटिंग।
दिल्ली चुनाव में भाजपा की जीत सुनिश्चित करने के लिए स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ता सुबह-शाम शाखा लगाने के बाद ड्राइंग रूम मीटिंग कर रहे हैं। मीटिंग के दौरान यह बता रहे हैं कि सिर्फ बिजली-पानी से ही जीवन नहीं है। वोट देते समय इसका जरूर ध्यान रखें। इसके साथ ही घरेलू कामगारों के साथ विशेष बैठक कर रहे हैं।
संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि सौ प्रतिशत वोटिंग कराने का उद्देश्य है। 25-25 संघ के कार्यकर्ता इसके लिए बूथ स्तर पर बैठक कर रहे हैं। पूरी दिल्ली में प्रतिदिन 1900 शाखा लगती हैं। इसके बाद स्वयंसेवक अपने-अपने मोहल्ले में बैठक करते हैं। दुर्गावाहिनी महिलाओं से संपर्क कर वोट करने की अपील कर रही हैं।
महिलाओं को भी यह बता रही हैं कि सिर्फ बिजली-पानी तक जीवन सीमित नहीं है देश में और कई मुद्दे हैं। भाजपा और संघ के बीच तालमेल बनाकर चुनाव प्रचार के लिए समन्वयकों की भी तैनाती की गई है। लोकसभा क्षेत्र से लेकर खंड स्तर पर इनकी तैनाती की गई है। विधानसभा से लेकर बूथ स्तर तक चुनावी माहौल को लेकर समन्वयक अपनी रिपोर्ट भी देंगे।
स्वयंसेवकों का मानना है कि वोट बैंक की राजनीति के लिए विपक्षी पार्टियां नागरिकता संशाधन कानून को लेकर गुमराह कर रही हैं। लिहाजा ड्राइंग रूम मीटिंग कर सच्चाई बताएं। साथ ही देश को कमजोर करने की चल रही साजिश से अवगत कराएं। इसे ही ध्यान में रखकर लोकसभा की तुलना में ज्यादा बैठक कर जनसंपर्क अभियान चलाया जा रहा है।