इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB), पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और बैंक ऑफ बड़ौदा (बॉब) में 321 करोड़ रुपये के घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिनेश कुमार एंड संस के मालिक दिनेश का सेक्टर-47डी स्थित मकान अटैच कर सील कर दिया है।
टीम ने मकान पर छापेमारी कर कानूनी प्रक्रिया के तहत प्रॉपर्टी अटैच करने की कार्रवाई की है। सूत्रों के अनुसार दिनेश कुमार पर पैसे हांगकांग भेजने और उसके बाद वहां से दुबई ट्रांसफर करवाने का आरोप है। ईडी की ओर से दायर केस के अनुसार आरोपितों में शामिल आइओबी की चंडीगढ़ स्थित शाखा के तीन तत्कालीन असिस्टेंट बैंक मैनेजर आशु मेहरा, नीतेश नेगी और गौरव भाटिया ने बिना सीनियर अधिकारियों की अनुमति के हांगकांग बेस कंपनियों को पेमेंट के लिए पीएनबी की दुबई शाखा और बॉब की बहामास शाखा को लेटर ऑफ क्रेडिट जारी कर दिया।
इस आधार पर दोनों बैंकों ने विदेश में उन कंपनियों को करोड़ों की पेमेंट जारी कर दी। मामला 8 अगस्त 2016 को उस वक्त सामने आया जब दिल्ली सीबीआइ ने मामले में आइपीसी की धारा 120बी और 420 के अलावा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 (2) आर/डब्ल्यू 13 (1) (डी) के तहत एफआइआर दर्ज की थी।
क्या है अाराेप
आरोप है कि चंडीगढ़ स्थित आइओबी शाखा के फॉरेक्स डिपार्टमेंट में वर्ष 2010 से तैनात आशु मेहरा, नीतेश नेगी और गौरव भाटिया ने मिलकर दिनेश कुमार, अमनप्रीत सिंह सोढी, अमन किरपाल, गौरव किरपाल की कंपनियों को फायदा पहुंचाते हुए पीएनबी, बॉब और आइओबी को 47.86 मिलियन यूएस डॉलर (करीब 321 करोड़ रुपये) का नुकसान पहुंचाया है। इसके अलावा फेक बिल पर भी पेमेंट करवाई। उन शाखाओं ने उन्हें पेमेंट करने के लिए बैंक अधिकारियों को लिखा तो मामले का खुलासा हुआ था।