इस बैठक में दो राज्यों यूपी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री, बिहार, यूपी के उप मुख्यमंत्री, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के अलावा गंगा किनारे स्थित सभी पांच राज्यों के कई मंत्री, मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव और एनएमसीजी के महानिदेशक राजीव रंजन मिश्र सहित 40 से अधिक प्रमुख लोग मौजूद रहेंगे।
बैठक में पांच राज्यों यूपी, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, पं बंगाल में गंगा की स्थिति को लेकर मंथन किया जाएगा। इन प्रदेशों में गंगा को निर्मल और अविरल बनाने के लिए अभी तक जो भी कार्य हुए हैं, मोदी उनकी समीक्षा करेंगे। इसके बाद आने वाले समय में गंगा को स्वच्छ और उसके किनारों को सुंदर बनाने के लिए क्या-क्या किया जा सकता है, इसकी कार्ययोजना भी तैयार की जाएगी।
शुक्रवार शाम तक बैठक में शामिल होने के लिए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, केंद्रीय जल शक्ति राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलक, यूपी के जल शक्ति मंत्री डा. महेंद्र सिंह सहित पर्यावरण मंत्रालय, नगर एवं आवास विकास मंत्रालय के अधिकारी यहां पहुंच चुके थे। कई मंत्रियों के सुबह आने की संभावना है।
बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी सभी मुख्यमंत्रियों, मंत्रियों और अधिकारियों के साथ अटल घाट से मोटर बोट के जरिए गंगा का निरीक्षण करेंगे। इस दौरान वे सीसामऊ नाले के पास खड़े होकर सेल्फी लेंगे। सेल्फी लेने की वजह यह है कि लंबे समय से गंगा में गिरने वाले सीसामऊ नाले को मोड़ने में केेंद्र सरकार को सफलता मिली है।