दिल्ली पुलिस का बेस्ट बीट कांस्टेबल का पुरस्कार जीतने वाला पुलिसकर्मी पांच करोड़ रुपये की लूट में फरार है। यह लूट इस साल अगस्त में पानीपत स्थित बैंक में हुई थी।
हरियाणा पुलिस ने फरार कांस्टेबल सचिन के पिता और मामा को लूट की रकम के साथ गिरफ्तार कर लिया है। हथियारबंद बदमाशों ने 12 अगस्त को पानीपत स्थित बैंक में सेंध लगाकर लॉकर तोड़ा व पांच करोड़ के आभूषण चुरा लिए थे।
जांच के दौरान मौके की एक फुटेज में सचिन भी नजर आया। पुलिस ने सचिन के पानीपत स्थित घर पर छापा मारकर पिता व मामा को 12 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार कर लिया। सचिन का साला भी दिल्ली पुलिस में सिपाही है, जो यमुनापार में तैनात है। पानीपत सीआईए ने सचिन के साले से भी पूछताछ की, उससे कोई जानकारी नहीं मिली।
पांच महीने से गायब है आरोपी
उत्तर पश्चिम जिला पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सचिन फरवरी माह में अशोक विहार पुलिस लाइन में आ गया था। लेकिन अप्रैल अंत से वह गायब चल रहा था। ऐसा अकसर पुलिसकर्मी करते रहते हैं और वापसी में मेडिकल आदि दिखाकर नौकरी ज्वाइन कर लेते हैं। हालांकि उसके द्वारा किए गए अपराध की सूचना सूत्रों से मिली है लेकिन पानीपत पुलिस ने औपचारिक तौर पर इसकी जानकारी नहीं दी है।
पश्चिमी यूपी में छिपे होने की खबर
बताया जाता है कि सचिन इन दिनों पश्चिम यूपी के बागपत में अपने रिश्तेदार के घर पर छिपा हुआ है। इसी वजह से पानीपत पुलिस उसके साले को पूछताछ के लिए उठाकर ले गई थी। मगर पुलिस को उसके बारे में रिश्तदोरों से कोई विशेष सूचना नहीं मिली। सचिन की तलाश के लिए पानीपत पुलिस ने बागपत पुलिस से भी सम्पर्क किया है। अभी वह पुलिस पकड़ से दूर है।
रेप के आरोप में निलंबित
सचिन 2009 बैच का कांस्टेबल था और दिल्ली के आद र्शनगर थाने में तैनात था। उसे थाने की विशिष्ट टीम में शामिल किया गया था, जो अपराधियों की धरपकड़ करती थी। कई अपराधियों को पकड़ने की वजह से सचिन को बीते साल बेस्ट कांस्टेबल का खिताब मिला था।
उसने बीते साल एक डॉक्टर के अपहरण के मामले को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। बीती जनवरी में जहांगीपुरी की महिला ने उस पर दुष्कर्म का केस दर्ज कराया था। महिला की सचिन से पहले से दोस्ती थी। सचिन को निलंबित कर पुलिस लाइन में भेज दिया गया।