बड़े नोट धीरे-धीरे बैंक के साथ एटीएम में भी कम होंगे। इसकी शुरुआत 2000 रुपये के नोट से हो चुकी है। आरबीआइ से मिले संकेत के बाद भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) ने अपने एटीएम से बड़े नोट की कैसेट हटाना शुरू किया है।
जिले में 24 में 21 एटीएम से कैसेट निकाली जा चुकी हैं। अब तैयारी 500 रुपये के नोट की है। सिर्फ 100 व 200 रुपये के नोट ही एटीएम में रह जाएंगे। छोटे नोटों को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया गया है। इसके साथ ही ‘डेबिट-क्रेडिट’ कार्ड व्यवस्था को भी बढ़ाया जाएगा।
आठ नवंबर 2016 में 500 और 1000 रुपये के नोटों के विमुद्रीकरण (नोटबंदी) बाद सरकारी और गैर-सरकारी बैंकों ने अपने-अपने एटीएम अपग्रेड किए थे। नए रंग और आकार को देखते हुए दोनों बड़े नोट के कैसेट को बदला गया था। इसके बाद 100, 200 रुपये के रंग और आकार बदले। यहां भी वही कवायद है। बैंक ने अब बड़े नोट से तौबा करना शुरू किया है।
दो हजार रुपये का नोट तेजी से कम हो रहे हैं। कुछ बैंक एटीएम में ही यह नोट ग्राहकों को मिल रहे हैं जो आने वाले दिनों में नहीं मिलेंगे। कारण, बड़े नोट के स्थान पर छोटे नोट को ज्यादा महत्व देने की योजना पर बैंक ने काम शुरू किया है।
एसबीआइ के मुख्य शाखा प्रबंधक सुनील कुमार के अनुसार जिले में 24 एटीएम में 21 एटीएम से 2000 रुपये की कैसेट निकाली जा चुकी है। तीन एटीएम भी जल्द अपडेट होंगे। उधर, चेस्ट शाखा में पीएनबी और इलाहाबाद बैंक के अधिकारियों ने बताया कि छोटे नोट को ज्यादा बढ़ावा दिया जा रहा है।
बैंक अधिकारियों के अनुसार एसबीआइ के आवास विकास, सिविल लाइंस और शुक्लागंज एटीएम में सिर्फ 2000 रुपये के नोट की कैसेट है। अन्य सारे एटीएम से कैसेट को हटाया जा चुका है।
एटीएम या ऑनलाइन होने वाली धोखाधड़ी को रोकने के लिए ‘योनो एप’ से एटीएम जुड़ रहे हैं। सिविललाइंस, जवाहर नगर और सदर कोतवाली के सामने एटीएम ‘योनो एप’ से जुड़ चुके हैं। इसके तहत बिना डेबिट और क्रेडिट कार्ड के ओटीपी के जरिये खाते से रुपये का लेनदेन किया जा सकता है।