थायरॉइड, एक ऐसी बीमारी है जिसका अलग-अलग मरीजों पर अलग तरीके से असर होता है. आम भाषा में कहें तो थायरॉइड होने के बाद कुछ लोगों को वजन बढ़ने लगता है, तो कुछ लोगों का घटने लगता है. ये दोनों ही स्थिति में आपके शरीर को नुकसान पहुंचाता है. साथ ही दोनों ही स्थितियों में शरीर के स्वस्थ वजन को नियंत्रित रख पाना मुश्किल हो जाता है. इसके लिए हम आपको कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं जिसे आप अपना सकते हैं.
क्यों होता है ऐसा
भारत में रहने वाले करीब 42 लाख लोग थाइरॉयड के शिकार हैं और उन्हें वजन घटाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. हाइपोथाइरॉयडिज्म यानी वह स्थिति जब थाइरॉयड ग्रंथि से अपर्याप्त मात्रा में थाइरॉय हॉर्मोन का प्रॉडक्शन हो. ऐसी स्थिति में वजन का बढ़ना काफी आम है. बल्कि थाइरॉयड हॉर्मोन की ज्यादा मात्रा होने के कारण भी वजन बढ़ जाता है. इसे आसानी से घटाया नहीं जा सकता.
मुश्किल हो जाता है वजन नियंत्रित करना
पीड़ित व्यक्ति थाइरॉयड हॉर्मोन के स्तर में गिरावट की वजह से कैलरी बर्न नहीं कर पाता जिसकी वजह से उसका वजन बढ़ता रहता है. इसका खास तौर से असर गर्दन के आसपास दिखाई देता है. कुछ महिलाओं में थायरॉयड से पीडि़त होने पर ब्रेस्ट और कमर के आसपास भी सूजन जैसी दिखाई देती है.
फाइबर का रखें ध्यान
कॉम्प्लैक्स कार्ब्स को भी डायट में शामिल करें क्योंकि ये फाइबर से भरपूर होते हैं और लंबे वक्त तक आपकी भूख को शांत रखते हैं. साबुत अनाज, सब्जियां और दाल जैसे कार्ब्स खाने पर आपको लंबे समय तक पेट भरा-भरा महसूस होगा और इस वजह से आप ओवरईटिंग भी नहीं कर पाएंगे.