आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद (JeM) की ओर से जम्मू एवं कश्मीर में संभावित खतरे को देखते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने गुरुवार को दिल्ली लौटने से पहले कश्मीर घाटी में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की.
डोभाल ने जम्मू एवं कश्मीर में बड़े आतंकी हमले की आशंका जताए जाने के बाद इस केंद्र शासित राज्य का दौरा किया. खुफिया एजेंसियों से मिली सूचना व अन्य रिपोर्टो में बताया गया है कि नियंत्रण रेखा (LOC) और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की तरफ से 450 से 500 आतंकवादी राज्य में घुसने के लिए घात लगाए बैठे हैं.
सूत्रों का कहना है कि एनएसए ने नागरिक प्रशासन, पुलिस, अर्धसैनिक बल, सेना, राज्य और केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सभी तरह की सुरक्षा स्थिति से संबंधित समीक्षा की.
“एनएसए ने सुरक्षा बलों द्वारा संभाली जा रही स्थिति पर संतोष जताया है. उन्होंने सुरक्षाबलों की ओर से आम आदमी की सुविधा के लिए हरसंभव प्रयास सुनिश्चित करने के लिए भी संतुष्टि जाहिर की है.” उन्होंने बताया, “घाटी में तीन सप्ताह पहले लैंडलाइन टेलीफोन कनेक्शन बहाल किए जाने के बाद अब कश्मीर में मोबाइल फोन सेवाओं को बहाल करने की संभावना है.
बीएसएनएल पोस्टपेड मोबाइल सेवाओं को अगले कुछ दिनों के दौरान शुरू कर दिया जाएगा.” उन्होंने कहा, “अनुच्छेद-370 को निरस्त करने के बाद हिंसा की किसी भी बड़ी घटना की आशंका को देखते हुए एनएसए को राज्य प्रशासन की ओर से नियमित रूप से सुरक्षा, कानून एवं व्यवस्था, नागरिक आपूर्ति आदि पर प्रतिक्रिया मिल रही है.”