कहते है कि प्यार में दिल की धड़कने तेज हो जाती है, लेकिन हाल ही में किए गए एक शोध में सामने आया है कि जिन लोगों के दिल की धड़कनें तेज होती हैं, उनमें मधुमेह का जोखिम अधिक होता है। शोध के निष्कर्षो में दर्शाया गया है कि प्रत्येक अतिरिक्त 10 धड़कनें मधुमेह के खतरे को 23 फीसदी तक बढ़ा देती हैं। अमेरिका की पेनसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी में पोषाहार विज्ञान के सहायक प्रोफेसर एवं शोध के वरिष्ठ लेखक जियांग गाओ ने कहा, “इस शोध में हमने करीब 1,00,000 चीनी वयस्कों की सुस्त हृदय गति का मूल्यांकन किया और चार सालों तक उनका अनुसरण किया।”
गाओ ने कहा, “हमने पाया कि तेज हृदय गति वाले प्रतिभागियों में मधुमेह का खतरा बढ़ गया है।” निष्कर्ष चेताता है कि हृदय दर मापने के साधन व्यक्ति में मधुमेह के भावी उच्च जोखिम का पता लगा सकते हैं। शोधकर्ताओं ने 2006-2007 में कराई गई एक शारीरिक परीक्षा में हृदय गति को मापा।
शोधकर्ताओं ने करीब पांच मिनट के आराम के बाद एक बार फिर अपनी पीठ के बल लेटे प्रतिभागियों की हृदयगति रिकॉर्ड की। इस बार उन्होंने इस काम में 12-लीड इलेक्ट्रोकोर्डियोग्राम (चित्रमय रिकॉर्डिग) का इस्तेमाल किया। चार वर्षो की अनुवर्ती परीक्षा के दौरान शोधकर्ताओं को 17,463 पूर्व मधुमेह (प्री-डायबिटिक) और 4,649 मधुमेह के मामले मिले। यह शोध ‘इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एपिडीमियोलॉजी’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।