मानव प्रकृति के क्रियाकलापों में अवरोध उत्पन्न करने लगा है। अज्ञानता एवं लोभवश ऐसे कार्य लोग कर रहे हैं जिसका कुप्रभाव आनेवाली पीढ़ी झेलेगी। कई वैज्ञानिक खोज ऐसे हैं जिनसे हमें क्षणिक फायदा तो मिल रहा है पर उससे पर्यावरण की बड़ी हानि हो रही है। जैसे प्लास्टिक की खोज ने पर्यावरण को सर्वाधिक क्षति पहुंचाई है। पद्मश्री वैज्ञानिक डॉ. मानस बिहारी वर्मा ने पर्यावरण और जलसंकट विषयक संगोष्ठी में बुधवार को यह बातें कही