पीएम दिल्ली और देश भर में हजारों सिख मारे गए। उनकी दुकानें जला दी गईं। उनके घर फूंक दिए गए। दिल्ली से कई परिवारों को भागना पड़ा। अपना घर छोड़ना पड़ा। हर राज्य में सिखों को निशाना बनाया गया और नेतृत्व कांग्रेस ने किया। इस कत्लेआम पर कांग्रेस कह रही है, हुआ तो हुआ। कांग्रेस के लिए जीवन की कोई कीमत ही नहीं है।