पाकिस्तान में भारत के दो राजनयिकों को परेशान किया गया है. दोनों राजनयिकों को हिरासत में लेकर लाहौर के पास सच्चा सौदा गुरुद्वारा में एक बंद कर दिया गया था. दोनों राजनयिक भारतीय सिख तीर्थयात्रियों की यात्रा की सुविधा देखने के लिए गुरुद्वारा में थे. ये पूरी घटना 17 अप्रैल की है. दोनों राजनयिकों को करीब 20 मिनट तक कमरे में बंद रखा गया था. इतना ही नहीं पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने उनके सामानों की जांच भी की. इसके बाद, उन्हें गुरुद्वारे में कभी भी प्रवेश ना करने की धमकी दी गई थी. भारत ने 25 अप्रैल को इस घटना को लेकर डेमार्श भी जारी किया.
पाकिस्तान ऐसी हरकत कोई पहली बार नहीं किया है. बीते साल नवंबर में भी पाकिस्तान ने भारतीय राजनयिकों को ननकाना साहिब गुरुद्वारा में प्रवेश करने से रोक दिया था. इसी तरह राजनयिकों को सच्चा सौदा गुरुद्वारा में भी जाने से रोका गया था. भारत ने इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों को परेशान करने पर पाकिस्तान के समक्ष विरोध दर्ज कराया था. विदेश मंत्रालय के मुताबिक भारतीय उच्चायोग के राजनयिक अधिकारियों को परेशान किया गया और उन्हें 21 एवं 22 नवंबर को गुरुद्वारा ननकाना साहब और गुरुद्वारा सच्चा सौदा में भारतीय श्रद्धालुओं से मिलने की अनुमति नहीं दी गई. पाकिस्तान ने सिख पवित्र स्थलों में भारतीय राजनयिकों को प्रवेश नहीं दिए जाने के पीछे सुरक्षा कारणों का हवाला दिया था.
अधिकारियों के घर हुई थी तोड़फोड़- बीते साल दिसंबर में भारतीय उच्चायोग के अधिकारी के घर पर तोड़फोड़ भी की गई और उनके घर में जबरदस्ती घुसने की कोशिश की गई. इसके साथ ही भारतीय उच्चायोग के वेबसाइट और इंटरनेट को भी ब्लॉक या स्लो कर दिया जा रहा था, ताकि वीजा के लिए अप्लाई कर रहे पाकिस्तानियों को दिक्कत हो और वह प्रॉक्सी सर्वर का इस्तेमाल करें.