चुटकुलों का अविष्कार भले ही किसी ने भी किया हो, मगर यकीन मानिए बहुत पुण्य का काम किया है। आजकल लोग इतना व्यस्त रहते हैं कि हंसना-हंसाना तो जैसे भूल ही जाते हैं। फिर बिना वजह तो हंसी भी नहीं आती है। सभी का मुंह बस दिनभर चढ़ा हुआ ही नजर आता है। ऐसे वक्त में अगर नजर किसी चुटकुले पर पड़ जाए तो बंदा खुद ब खुद ही हंस देता है।
पति: अरे सुनो, मुन्ना रो रहा है चुप कराओ इसे…
पत्नी (गुस्से में): मैं काम करूं या बच्चे संभालू,
मैं इसे दहेज में नहीं लाई थी, खुद ही चुप करा लो।
पति: फिर रोने दे… मैं कौन सा इसे बारात में लेकर गया था..
टिफिन का ध्यान रखना टेड़ा ना हो जाए…
पत्नी ने अपने पति को फोन लगाया पत्नी- कहां हो?
ऑफिस पहुंच गए क्या?
पति- अरे मेरा कार से एक्सीडेंट हो गया है मेरी टांग टूट गई है अस्पताल जा रहा हूं
पत्नी- अच्छा ठीक है, जाओ टिफिन का ध्यान रखना टेड़ा ना हो जाए
नहीं तो दाल गिर जायेगी…
रमेश: इतना परेशान क्यों है?
सुरेश: एक बात ने परेशान कर रखा है।
रमेश: किस बात ने?
सुरेश: जब दिल में कोई हड्डी ही नहीं होती तो फिर टूटता कहां से है?
एक झूठ जो हर इंसान अक्सर बोलता है…
‘बात पैसों की नहीं है।’
अब हमारे अंदर भी मारवाड़ी का खून दौड़ रहा है…
मारवाड़ी ने शेख को खून देकर उसकी जान बचाई।
शेख ने खुश होकर उसे मर्सिडीज कार गिफ्ट की।
शेख को फिर खून की जरूरत पड़ी।
मारवाड़ी ने फिर खून दिया, इस बार शेख ने सिर्फ लड्डू दिए।
मारवाड़ी (गुस्से से): इस बार सिर्फ लड्डू?
शेखः भाई, अब हमारे अंदर भी मारवाड़ी का खून दौड़ रहा है…
नाक से ऊंगली निकालते हुए…
बच्चाः अंकल डेटॉल साबुन है क्या?
दुकानदार (नाक से ऊंगली निकालते हुए): हां बेटा है ना!
बच्चाः तो फिर हाथ धोकर क्रीमरोल दे दो…
बंटीः यार डब्बू, मच्छरों से छुटकारा पाने का क्या उपाय है?
डब्बूः रात को सोने से पहले एक मच्छर मार दिया करें, ताकि बाकी के मच्छर उसके जनाजे पर चले जाएं। और फिर आप भी मजे से सो सकें…
मैं इसे माँजूगा कैसे?
पति- मेरे सीने में बहुत तेज दर्द हो रहा है, जल्दी से एंबुलेंस के लिए कॉल लगाओ।
पत्नी- हां, लगाती हूं। अपने मोबाइल का पासवर्ड बताओ।
पतिः रहने दो, अब थोड़ा ठीक लग रहा है।
समझौता-किसी चीज को बांटने का वह तरीका जिसमें
हर व्यक्ति यह समझता है कि उसे बड़ा हिस्सा मिला
क्या ढूंढ रही हो ?
एक नवविवाहित जोड़ा बर्तन की दुकान में झगड़ रहा था।
पत्नी- ये वाला स्टील का गिलास लो,
पति-नहीं, जरा और बड़ा गिलास लेंगे,
दुकानदार- साहब जी, महिला दिवस भले ही चला गया है, लेकिन मैडम जो कह रही हैं, वही गिलास ले लीजिए ना
पति -“अरे यार तुम्हे बेचने की पड़ी है लेकिन इस छोटे से गिलास में मेरा हाथ घुसता नहीं है,
मैं इसे माँजूगा कैसे?
पति : तुम हर बात पर हमेशा मेरा-मेरा करती हो, तुम्हें हमारा कहना चाहिए
पत्नी कुछ ढूंढ रही होती है अलमारी में….
पति : क्या ढूंढ रही हो ?
पत्नी : हमारा पेटीकोट