गर्मी का मौसम आते ही महाराष्ट्र के लातूर शहर से सटे गाववालों की पानी की समस्या शुरू हो गई है. शहर में तो फिलहाल सप्ताह में एक दिन पानी सप्लाई हो रही है लेकिन गांव में वह भी नदारद है. ऐसे में गाववाले शहर में जानेवाली पानी की पाईप लाईन से जो पानी का रिसाव होता है वहां पर भीड लगाते हैं. लातूर के आसपास के गांव में यह आम नजारा देखने को मिल रहा है.
पिछले साल महाराष्ट्र का लातूर जिला भयंकर सुखे के लिए मीडिया की सुर्खियों में रहा. स्थिती इतनी खराब थी कि यहां पानी की ट्रेन भेजनी पडी.
पिछले साल महाराष्ट्र का लातूर जिला भयंकर सुखे के लिए मीडिया की सुर्खियों में रहा. स्थिती इतनी खराब थी कि यहां पानी की ट्रेन भेजनी पडी. इस साल भी स्थिती कुछ वैसे ही होती दिख रही है. लातूर शहर से सटे पाखरसांगवी गांव के लोग इन दिनों हायवे किनारे एक जगहपर इकट्टा होते है. यहां पर शहर की ओर जानेवाली पाईपलाईन फटी है. जब हफ्ते में एक बार यहां से शहर की ओर पानी गुजरता है तो वह फटी हुई पाईप लाइन से वह बाहर आता है.
हालात यह है कि पानी की तलाश में परिवार का हर एक सदस्य जुट जाता है. पाखरसांगवी गांव के पास जो पानी निकलता है वह लेने के लिए बच्चे से बुढ़े सभी लोग पहुंचते है. ऐसे में कभी-कभी यहां पर झगड़ा भी होता है.
रिक्शा की लंबी कतारें इस जगहपर दिखाई देते है. यहां से पानी लेकर लोग गांव में जाते हैं. हाइवे पर यह जगह होने के कारण कई बार हादसा होने की आशंका होती है. फिर भी सिर्फ पानी के लिए लोग अपनी जान हथेली पर रखकर हप्ते में एक बार फटी हुई पाईप से पानी आने का इंतजार में जुट जाते है.
यह फटी हुई पाईप लाईन से आनेवाला पानी आसपास के दो गाव के लोगो की प्यास बुझाता है. लोगो ने इस बात को लेकर चिंता जताई कि जब पानी की समस्या और बढ़ेगी तो स्थिती और भयंकर हो सकती है.