पंजाब के गुरदासपुर की एग्रीकल्चर की छात्रा को एक विदेशी कंपनी ने जो पैकेज दिया है उस पर एकबारगी विश्वास नहीं होेगा। जालंधर में पढ़ रही इस युवती काे कनाडा की एक कंपनी ने एक करोड़ रुपये सालाना का पैकेज दिया है। इस तरह का पैकेज हासिल करने वाली कविता एग्रीकल्चर की शिक्षा हासिल करने वाली देश की पहली छात्रा है।
एलपीयू से एमएससी एग्रीकल्चर (एग्रोनॉमी) की छात्रा को कनाडा की मोनसांटो कंपनी ने दिया पैकेज
कविता लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) की एमएससी एग्रीकल्चर (एग्रोनॉमी) के फाइनल ईयर की छात्रा हैं। कनाडा की मोनसांटो कंपनी ने लगभग 200000 कनाडियन डॉलर का पैकेज दिया है। कविता अब कंपनी की क्रॉप साइंस द फायर ग्रुप से जुड़ गई हैं और वह इसी महीने कंपनी के मानीटोबा ऑफिस में बतौर प्रोडक्शन मैनेजर के तौर पर ज्वाइन करेंगी।
प्रोडक्शन मैनेजर होने के नाते उनकी कंपनी में प्रोडक्शन, प्लानिंग और मैन्युफैक्चरिंग प्रॉसेस में इन्वॉल्वमेंट रहेगी। कविता ने बताया कि उनके लिए सपने की तरह है। मोनसांटो कंपनी के अधिकारियों की तरफ से लिए गए प्राथमिक टेस्ट और इंटरव्यू बाद उन्हें यह ऑफर दिया गया।
कविता ने कहा कि अब वह बेहद जल्द से जल्द कंपनी ज्वाइन करने को लेकर रोमांचित है। बायोटेक्नोलॉजी में इनोवेशन से लेकर डाटा साइंस के इस्तेमाल तक के क्षेत्र में नवीनतम टेक्नोलॉजी को अपनाया जा रहा है। कंपनी में शामिल होने के लिए पूरी तरह से उत्साहित हूं और चाहती हूं कि आने वाले सालों में बेहतर कार्य के जरिए अपनी सेवाएं दूं ।
एलपीयू के डायरेक्टर अमन मित्तल ने कहा कि छात्रा को यह पैकेज मिलना बड़े ही गर्व की बात है। एग्रीकल्चर एजुकेशन एग्रोनॉमी के जरिए कृषि क्षेत्र में आने वाले स्टूडेंट्स को इससे प्रोत्साहन मिलेगा। यह पहला मौका है जब एग्रीकल्चर एजुकेशन फील्ड से किसी छात्र को सात डिजिट का पैकेज मिला हो।
एलपीयू स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर के डीन डॉ रमेश कुमार ने कहा कि कविता की इस सफलता से एग्रीकल्चर एजुकेशन को पूरे रीजन में बढ़ावा मिलेगा और इससे यह भी साबित होता है जो अपने करियर में कुछ कर दिखाना चाहता है तो वह अपनी मेहनत के साथ हासिल कर सकता है फिर चाहे फील्ड कोई भी क्यों ना हो। हमारी आशा यही है कि अब और स्टूडेंट भी सात डिजिट वाले पैकेज को हासिल करें।