इलाहाबाद विश्वविद्यालय का मूल्यांकन करने के लिए 26 मार्च को आई नैक (राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद) से इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से ढेरों उम्मीद लगाई गई है।
इविवि में तीन दिन तक रुकी थी नैक टीम
दरअसल, नैक टीम 26 मार्च को इलाहाबाद विश्वविद्यालय का मूल्यांकन करने आई थी। यहां टीम के सदस्य तीन दिन तक रुके थे। इस बीच टीम ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सभी विभागों के प्रमुख के साथ बैठक कर पिछले पांच साल में हुए कार्यों और आगामी पांच वर्ष के कार्ययोजना के बारे में जानकारी जुटाई। इसके अलावा टीम ने इविवि में कई जगहों का औचक निरीक्षण भी किया।
नजरें अब परिणाम पर टिकी
इलाहाबाद विश्वविद्यालय का मूल्यांकन करने के बाद 28 मार्च को नैक टीम रवाना हो गई। टीम के जाने के बाद अब इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अफसरों की नजरें परिणाम पर टिकी हैं। इस बात की चर्चा तकरीबन सभी विभागों में है। यहां तक कि अफसरों का यह भी कहना है कि टीम की ओर से संतोषजनक परिणाम इविवि को दिया जाएगा। शनिवार को चैथम लाइंस में पत्रकार वार्ता के दौरान भी इस बात की चर्चा हुई थी।
टीम के हावभाव से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद : प्रो. दुबे
चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर रामसेवक दुबे ने भी कहा है कि टीम के हावभाव से तो ऐसा ही प्रतीत हो रही है कि इविवि इस परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करेगी। हालांकि, अभी यह नहीं स्पष्ट हो सका कि टीम परिणाम कब जारी करेगी। गौरतलब है कि विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मिलने के बाद टीम पहली बार इविवि का मूल्यांकन करने के लिए आई थी।