कैंसर आज के समय में हर किसी को किसी न किसी अवस्था में हो रहा है। इसका मुख्य कारण है गलत लाइफस्टाइल, खराब खान-पान व धूम्रपान और शराब का सेवन करना। कैंसर का अगर सही समय पर इलाज न हो तो जानलेवा साबित हो सकता है। पर क्या आपको पता है कि सेक्स करने से भी कैंसर होता है। आइए जानते हैं आखिर किन कारणों से संबंध बनाने से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
ओरल कैंसर
ओरल सेक्स कुछ लोग संबंध बनाने के दौरान करते हैं। लेकिन ओरल सेक्स से ओरल कैंसर होता है। शोध के अनुसार ओरल सेक्स के दौरान एचपीवी वायरस से संक्रमित होने का चांस महिलाओं से ज्यादा पुरुषों को होता है। अगर ओरल सेक्स एक से अधिक पार्टनर के साथ किया जाए तो एचपीवी संक्रमण के कारण कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
सर्विक्सा कैंसर
निजी अंगों की सही तरीके से सफाई न करने और असुरक्षित तरीके से यौन संबंध बनाने पर सर्विक्सा कैंसर होता है। सर्विक्स कैंसर जागरुकता के अभाव में तेजी से बढ़ रहा है। भारत में इस कैंसर के प्रकार के कारण सात मिनट में एक महिला की मौत हो रही है।
एनल कैंसर
एनल कैंसर असुरक्षित तरीके से यौन संबंध बनाने पर फैलता है। यह कैंसर एचपीवी से संबंधित है। एनल कैंसर होने पर गुप्तांगों में दर्द होता है व पेशाब और मल त्यागने में दर्द होता है।
सर्वाइकल कैंसर
बहुत ही कम उम्र में शारीरिक संबंध बनाने के सर्वाइल कैंसर का खतरा रहता है। इसका खुलासा एक शोध में किया गया है। डेली मेल में छपी रिपोर्ट के अनुसार अगर 20 साल की उम्र से पहले शारीरिक संबंध बनाते हैं तो सर्वाइकल कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है। इस दौरान एचपीवी वायरस से संक्रमित होने का खतरा ज्यादा रहता है।
जिम्मेदार कारक और बचाव
यौन संबंध बनाने के दौरान कैंसर संक्रमण की वजह से होता है, जिसके लिए सबसे अधिक जिम्मेदार कारक वायरस है एचपीवी। इसके अलावा हेपेटाइटिस बी वायरस से भी लीवर कैंसर होता है। एचएचवी-8 इस वायरस को कपोसी सारकोमा हर्पीज वायरस भी कहते हैं। इस तरह के कैंसर से बचने का मुख्य कारण है जरूरी समय पर टीके लगवायें।