शिरोमणि अकाली दल (टकसाली) ने भी साफ कर दिया है कि वह किसी भी हालत में आनंदपुर साहिब सीट नहीं छोड़ेगी। इसके साथ ही आम आदमी पार्टी के साथ उनके गठबंधन की उम्मीदें भी टूटती दिखाई दे रही हैं।
शिअद टकसाली के प्रधान व सांसद रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा ने कहा कि उनकी पार्टी किसी भी हालत में आनंदपुर साहिब सीट नहीं छोड़ सकती। क्योंकि काफी पहले पूर्व डिप्टी स्पीकर बीर दविंदर सिंह को यहां से उम्मीदवार घोषित किया जा चुका है। इस स्थिति में यह सीट छोड़ना संभव नहीं है। आप एक दिन पहले ही साफ कर चुकी है कि वह किसी भी हालत में आनंदपुर साहिब सीट नहीं छोड़ेगी। आप ने यहां से नरिंदर शेरगिल को उम्मीदवार बनाया है। इससे पहले विधानसभा चुनाव 2017 में शेरगिल को इसी लोकसभा सीट के हलके खरड़ से उम्मीदवार बनाया गया था।
लेकिन बाद में सीनियर नेता कंवर संधू ने खरड़ से लड़ने की इच्छा जताई तो आखिरी मौके पर शेरगिल को मोहाली से लड़ाया गया था, पर वह चुनाव हार गए थे। आप हाईकमान ने स्पष्ट कर दिया था कि बार-बार शेरगिल की कुर्बानी नहीं दी जा सकती। वह काफी समय से इस सीट पर तैयारी भी कर रहे हैं। आप ने टकसालियों को ऑफर दिया था कि वह चाहें तो बीर दविंदर को आप के टिकट पर बठिंडा सीट से चुनाव लड़वा दें। वहां आप का अच्छा आधार है, लेकिन बीर दविंदर इसके लिए तैयार नहीं हुए। अब दोनों पार्टियों के अलग-अलग ही लड़ने की उम्मीद है।