पुरुष तो कभी भी सेक्स के लिए तैयार हो सकते हैं लड़कियों के साथ ऐसा नहीं है। उनके शरीर में हार्मोन्स और रचना ही कुछ ऐसी है कि वो कुछ ख़ास दिनों में ही सेक्स की तीव्र इच्छा को महसूस कर पाती है। इसलिए ज़रूरी है कि हर पार्टनर को पता हो कि उसकी पार्टनर यानी लड़की कब सेक्स करना चाहती है।
संबंध बनाने से नहीं रोक पाती है लड़कियाँ:
ओव्यूलेशन सेक्स के लिए सबसे बेहतरीन वक्त है। इस वक़्त लड़कियों के हार्मोन्स काफी एक्टिव होते हैं। इस समय प्रोजेस्ट्रॉन का स्तर भी काफी ऊंचा होता है जिससे लड़कियों को सेक्स की इच्छा बहुत अधिक होती है।
पीरियड्स में अक्सर लड़के अपनी पार्टनर से दूर रहते हैं, जबकि ये वक्त होता है जब लड़कियों का सेक्स करने का दिल करता है। दरअसल इस वक़्त हार्मोन्स के लेवल में बहुत बदलाव आते हैं। लुब्रिकेशन की वजह से पेनीट्रेशन भी काफी आसान होता है।
प्रेगनेंसी का दूसरे ट्राइमेस्टर यानी 3-6 महीने के बीत वाले वक्त में महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन के लेवल में काफी बढ़ोतरी होती है और इसी वजह से उन्हें सेक्स की इच्छा होती है।