सीबीआई ने शिलांग में अपने कार्यालय में दोनों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की थी। अधिकारियों ने रविवार को इस बारे में जानकारी दी थी। राजीव कुमार से दूसरे दिन यानी रविवार की सुबह साढ़े 10 बजे पूछताछ शुरू की गई थी जो देर शाम तक चली। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार, राजीव कुमार से यह पूछताछ की गई। सीबीआई की दो सदस्यीय टीम दोपहर में कार्यालय पहुंची थी। इस टीम में सारदा और रोज वैली घोटालों के जांच अफसर शामिल थे। अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया है कि कुमार और घोष से शुरुआत में सीबीआई की 10 सदस्यीय टीम ने पूछताछ की थी। बता दें कि कुणाल घोष को पोंजी घोटाले के चलते 2013 में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन 2016 से वे जमानत पर बाहर हैं।
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) आज 11 फरवरी को कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के पूर्व सांसद कुणाल घोष से फिर सवाल-जवाब करेगी। सारदा चिट फंड और रोज वैली घोटालों के मामले में शिलांग में सीबीआई राजीव कुमार से लगातार तीसरे दिन और घोष से लगातार दूसरे दिन सवाल-जवाब करेगी।
अधिकारियों ने बताया है कि सीबीआई के तीन वरिष्ठ अफसरों ने कोलकाता पुलिस कमिश्नर से मामले में अहम् साक्ष्यों से छेड़छाड़ करने में उनकी कथित भूमिका को लेकर शनिवार को लगभग नौ घंटे तक पूछताछ की थी। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की ओर से सारदा घोटाले की जांच के लिए गठित विशेष जांच टीम (एसआईटी) का नेतृत्व राजीव कुमार ने किया था। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी। दिल्ली में अफसरों ने बताया है कि, सीबीआई ने पूछताछ की वीडियोग्राफी से संबंधित राजीव कुमार की मांग स्वीकार नहीं की है।