राम मंदिर निर्माण से सम्बंधित बयान में अय्यर ने कहा है कि यह बात समझ से परे है कि आखिर राम मंदिर को उसी स्थान पर बनाने की जिद क्यों है. आप उस स्थान के अलावा कहीं और राम मंदिर बना सकते हैं. उन्होंने कहा है कि, ‘राजा दशरथ के महल में काफी सारे कमरे थे, बताया जाता है कि उनके महल में 10 हजार कमरे थे, आप पुख्ता तौर पर कैसे कह सकते हैं कि भगवान राम किस कमरे में जन्मे थे.’
हमेशा कांग्रेस को मुसीबत में डालने जैसे बयान देने वाले पार्टी के दिग्गज नेता मणिशंकर अय्यर के अयोध्या के राम मंदिर मुद्दे पर भी एक विवादित बयान दे दिया है, जिससे सियासी घमासान शुरू हो गया है. उन्होंने भगवान राम के जन्म लेने के स्थान के दावे पर सवाल खड़े किए हैं.
पेट्रोल-डीजल के दाम से मिलेगी ये राहत, जानिए आज का रेट…
कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के इस विवादित बयान ने शीर्ष अदालत में विचाराधीन राम मंदिर विवाद की आग में घी डालने का कार्य किया है.उन्होंने 6 दिसंबर, 1992 को अयोध्या स्थित बाबरी मस्जिद ढहाए जाने पर अपनी ही पार्टी और तात्कालीन नरसिंह राव सरकार पर भी सवाल खड़े किए. सोमवार को दिल्ली में आयोजित किए गए कार्यक्रम ‘एक शाम बाबरी मस्जिद के नाम’ में मणिशंकर अय्यर ने बाबरी विध्वंस का उल्लेख करते हुए कहा कि नरसिंह राव सरकार इस विध्वंस को रोकने में विफल रही थी.