महिला और पुरुषों का किसी भी कार्यक्रम या आयोजन में साथ खाना गैर इस्लामिक है। मंगलवार को इसे लेकर इस्लामिक संस्था देवबंद दारूल ऊलूम ने फतवा जारी किया है। फतवे में खड़े होकर खाने को भी नाजायज़ ठहराया गया है।
दरअसल देवबंद में रहने वाले एक व्यक्ति ने शादी, ब्याह के दौरान होने वाले कार्यक्रमों में खाने के इस्लामिक तौर तरीकों को जानने के लिए दारूल ऊलूम से संपर्क किया था, जिस पर दारूल ऊलूम ने किसी भी समारोह में महिला पुरूष का साथ खाना और खड़े होकर खाने को शरीयत के हिसाब से गैर इस्लामिक बताया है।
इसके साथ ही दारूल ऊलूम संस्था ने फतवा जारी किया है, जिसमें लिखा है कि ये नाजायज है और महिला पुरूषों के लिए पाप है कि वे शादी समारोह या किसी अन्य कार्यक्रम में साथ खाना खाएं। दारूल ऊलूम ने किसी भी समारोह मे् इस तरह के होने वाले कृत्य को गलत बताया है और मुस्लिमों को इससे दूर रहने की सलाह दी है।
ये कोई पहला मौका नहीं है जब दारूल ऊलूम ने इस तरह का कोई फतवा जारी किया है, पूर्व में भी संस्था ने फतवा जारी करते हुए कहा था कि मूछों, कांख और नाभि से नीचे के हिस्से को छोड़कर शरीर के किसी अन्य भाग की शेव या वैक्स करना भी संस्कृति के खिलाफ है।
कुछ महीनों पहले दारूल ऊलूम देवबंद ने फतवा जारी करते हुए कहा था कि किसी भी मुस्लिम महिला को चूड़ी की दुकान पर काम करने वाले दुकानदार के हाथ से चूड़ी नहीं पहनना चाहिए।