पाकिस्तान के क्रिकेटर अहमद शहज़ाद पर कुछ दिन पहले ही डोपिंग के चलते चार महीने का प्रतिबंध लगाया गया था, लेकिन अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है। अहमद शहज़ाद के डोपिंग टेस्ट में फेल होने के पीछे की वजह उनकी पत्नी को बताया गया है। मई माह में पांच टीमों के वनडे टूर्नामेंट के दौरान शहजाद का यूरिन सैंपल लिया गया था, जिसके जांच में वह प्रतिबंधित दवा लेने के दोषी पाए गए। 11 जून को पाकिस्ताान बोर्ड को इसकी जानकारी मिली थी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक अहमद शहजाद को उनकी पत्नी ने गलती से कैंसर की दवाई दे दी थी, जो क्रिकेटर की मां की थी। इसी वजह से क्रिकेटर के सैंपल में प्रतिबंधित टीएचसी 1 पाया गया था।
अहमद शहजाद को पाकिस्तान कप टूर्नामेंट में 3 मई को बलूचिस्तान के लिए मैच खेलना था, जिस टीम की वह अगुवाई भी कर रहे थे। मैच वाले दिन जब वह सुबह सो कर उठे तो उन्हें चक्कर आया और उनका जी मिचिला रहा था। शहजाद ने अपनी पत्नी से दवा मांगी। उन्होंने शहजाद को गलती से ग्रेविनेट की जगह उनकी मां द्वारा ली जाने वाली कैंसर की दवा दे दी। शहजाद इस तरह की समस्या आने पर आमतौर पर ग्रेविनेट ही खाते थे।
अहमद शहजाद ने अपने दावों की पुष्टि के लिए पीसीबी को अपनी मां की दवाओं वाली पर्ची और अन्य मेडिकल रिकॉर्ड पेश किए। उन्होंने अपना चरित्र प्रमाण पत्र भी पीसीबी के सामने पेश किया जिस पर उनके डोप टेस्टिंग के समय मौजूद रहे फिजियोथेरेपिस्ट, मुख्य कोच मिकी आर्थर, पूर्व कप्तान मिस्बाह-उल-हक और ऑलराउंडर शोएब मलिक ने हस्ताक्षर किए थे।
इसके बाद पीसीबी ने यह बात साफ किया कि शहजाद की ऐसा करने की मंशा नहीं थी और उनसे यह अनजाने में हुआ और इसी कारण उनपर लगाया गया बैन बैकडेट से लागू हुआ।