पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार ने राज्य में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी के लोगों की उम्मीद को झटका दिया है। राज्य सरकार फिलहाल पेट्रोल व डीजल की कीमतों में अपनी ओर से कोई कमी नहीं करेगी। राज्य सरकार इस पर वैट में अभी कोई कटौती नहीं करेगी। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने वित्त और टैक्सेशन विभाग को सभी दूसरे राज्यों के वैट का अध्ययन करके विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है। हरियाणा सहित कई अन्य राज्यों द्वारा केंद्र की तर्ज पर पेट्रोल व डीजल की कीमतों में प्रति लीटर 2.50 रुपये की कटौती किए जाने के बाद पंजाब में एेसा किए जाने की उम्मीद थी।
अब इस मुद्दे पर दो दिन बाद फैसला करेगी पंजाब सरकार
शुक्रवार को यहां इस संंबंध में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य के वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल और अधिकारियों के साथ इस संबंध में बैठक की। बैठक में तय किया गया कि इस मामले में तुरंत फैसला नहीं किया जाए और इस बारे में पड़ने वाले असर का पहले आकलन किया जाए। अब इस मुद्दे पर सोमवार को दिल्ली में होने वाली मीटिंग में कोई फैसला लिया जाएगा। काबिले गौर है कि वीरवार को केंद्र सरकार ने पेट्रोल व डीजल की दरों में 2.50 रुपये कर कमी की थी। इसके बाद हरियाणा सहित अन्य भाजपा शासित राज्यों ने भी 2.50 रुपये वैट कम किया था।
इसके बाद इस मामले पर विचार के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने वित्त और टैक्सेशन विभाग के अधिकारियों व मंत्रियों की मीटिंग बुलाई थी। इसमें पेट्राेल व डीजल पर वैट कम करने के बारे में विचार किया गया। लेकिन, अभी इस बारे में पूरा आकलन करने का निर्णय किय गया। बैठक में तय किया गया कि दो दिन बार सोमवार को दिल्ली में होनेवाली बैठक में इस पर फैसला किया जाएगा।
बता दें कि आसमान छूती पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों को देख केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी में 1.50 रुपये की कटौती कर दी है और तेल कंपनियों ने भी एक रुपये दाम कम कर दिए हैैं। केंद्र के फैसले के बाद हरियाणा ने 2.50 रुपये टैक्स कम कर दिया है। कुछ अन्य राज्यों ने ऐसा ही कदम उठाया है और हरियाणा सहित इन राज्यों में पेट्रोलव डीजल की कीमतों में पांच रुपये की कमी हो गई ह। केंद्र व हरियाणा के इस फैसले से पंजाब पर दबाव बढ़ गया। ऐसे में उम्मीद की जा रही थी के पंजाब सरकार भी अपने यहां आज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2.50 रुपये की कटौती करने का ऐलान कर सकती है।
केंद्र के फैसले से पंजाब सरकार पर इसलिए भी दबाव बढ़ गया है क्योंकि देश में पेट्रोल पर सबसे ज्यादा वैट वसूलने वाले राज्यों में पंजाब तीसरे नंबर है। पेट्रोलियम पदार्थों पर टैक्स कम करने की मांग पंजाब में लंबे समय से उठती रही है। बढ़ती कीमत से सरकार के खजाने में आ रहे अतिरिक्त राजस्व का मोह पंजाब सरकार नहीं छोड़ पा रही है।
पंजाब के वित्तमंत्री मनप्रीत बादल ने तो टैक्स कम करने से साफ इन्कार कर दिया था। उनका कहना था कि पंजाब सरकार अगर एक रुपये टैक्स कम करती है तो उससे 400 करोड़ रुपये के राजस्व का अंतर आ जाता है।
हरियाणा में अब पेट्रोल पांच रुपये सस्ता हो गया है। इससे पंजाब एवं हरियाणा में पेट्रोल व डीजल की कीमतों में अंतर और बढ़ गया है। महाराष्ट्र और कर्नाटक के बाद पंजाब देश में पेट्रोल पर सबसे ज्यादा वैट वसूलने वाला राज्य है। महाराष्ट्र में जहां 38 और कर्नाटक में 36 फीसद वैट है वहीं, पंजाब में 35.35 फीसद है।
रोजाना की मांग 2500 किलोलीटर
पंजाब में पेट्रोल की एक दिन की औसत मांग करीब 2500 किलोलीटर बताई जाती है। इस अनुपात में पेट्रोल की कीमत में एक पैसे की वृद्धि होने पर पंजाब सरकार को 2.50 लाख रुपये का औसत अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होता है। वित्त विभाग राज्य की खराब वित्तीय स्थिति को देखते हुए पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से खासा प्रसन्न था। ऐसे में अगर सरकार कीमत कम करने का फैसला करती है तो इससे राजस्व पर भी असर आएगा।
राज्यों में पेट्रोल व डीजल पर लगने वाला वैट फीसद में
राज्य पेट्रोल डीजल
पंजाब 35.35 16.88
हरियाणा 26.85 17.22
दिल्ली 27.00 17.27
हिमाचल 24.36 14.34
चंडीगढ़ 19.76 11.42——-