पंद्रह वर्षीय सत्यम की हत्या में शनिवार की देर शाम गिरफ्तार तीसरे आरोपित चकाई ने पूछताछ में अहम राज उगले। उसके अनुसार नीरज की प्रेमिका के चक्कर में सत्यम की हत्या की गई। रविवार को पुलिस ने हत्या मामले में गिरफ्तार नीरज कुमार, अजित कुमार उर्फ देव उर्फ चकाई और एक नाबालिग को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। चकाई पूर्व में रूपसपुर थाने से ही मोबाइल लूट मामले जेल जा चुका है।
सत्यम को दोस्तों ने बेरहमी से चाकुओं से गोद डाला था
खगौल पीएचसी के होमियोपैथ डॉक्टर शशि भूषण के बेटे सत्यम की हत्या उसके दोस्तों ने बेरहमी से कर दी थी। शरीर को तब तक चाकूओं से गोदा जब तक कि उसकी सांस नहीं थमी। चाकू से वार करते वक्त अपराधी एक, दो, तीन गिन रहे थे। 15 बार वार करने के बाद सत्यम ने दम तोड़ दिया। यह खुलासा आरोपित ने किया।
उसके गले, हाथ, पैर और शरीर के कई हिस्सों पर गहरे जख्म के निशान मिले हैं। पुलिस ने सत्यम के शरीर में घोंपा एक चाकू बरामद किया है। दूसरा चाकू मृत शरीर से कुछ ही दूरी पर मिला।
इस खूनी वारदात को अंजाम देने के बाद तीनों आरोपितों ने मिलकर शव को झाड़ी में छिपा दिया। फिर अपने घर चले गये। पूरी रात नीरज अपने घर में रहा। फिर सत्यम के घर से फिरौती मांगने की साजिश रची। एक आरोपित गोला रोड का निवासी है जबकि नीरज और एक अन्य खगौल के कोथवां गांव के रहने वाले हैं। नीरज 12वीं जबकि बाकी के दोनों आरोपी दसवीं के छात्र हैं।
गर्लफ्रेंड, दुश्मनी और हत्या
दोस्त ने ही गर्ल फ्रेंड की खातिर दोस्त की जान ले ली। उसे पता नहीं था कि दोस्त हत्या की पटकथा लिख चुका है। चकाई ने पुलिस को बताया कि कांड का आरोपित जेल में बंद एमएलसी रीतलाल का रिश्तेदार नीरज आरपीएस कॉलेज में इंटर का छात्र था और आइएएस कॉलोनी के निकट कोचिंग में पढऩे के दौरान उसकी सत्यम से दोस्ती हुई थी। नीरज कई बार सत्यम को साथ लेकर अपनी गर्लफ्रेंड के पास गया था।
सत्यम से नीरज की गर्लफ्रेंड ज्यादा घुल-मिल गई और उसने नीरज से दूरी बना ली। इसे लेकर नीरज गुस्से में था। वह मौके की तलाश में था। उसने अपने दूसरे नाबालिग साथी के जरिए चकाई से संपर्क किया। अपहरण करने के बाद सत्यम की हत्या कर चकाई और नीरज ने मिलकर फिरौती मांगने की योजना बनाई।