इस लिहाज से यह टॉयलेट सीट से भी ज्यादा गंदी है। शोध में बताया गया है कि मोबाइल का इस्तेमाल करने वाले 35 फीसदी से ज्यादा लोग कभी अपने मोबाइल फोन की स्क्रीन को सही से साफ नहीं करते हैं। इस वजह से इसपर कीटाणु समय दर समय बैठते रहते हैं।
शोध में बताया गया है कि शोध के दौरान दौरान जिन मोबाइल फोन को जांचा गया उनमें औसतन सभी फोन टॉयलेट सीट से तीन गुणा ज्यादा गंदे मिले। शोध के अनुसार हर 20 में से एक मोबाइल फोन उपभोक्ता हर छह महीने में एक बार ही अपन फोन की स्क्रीन को साफ करता है।इस शोध के दौरान शोधकर्ताओं ने आईफोन, सैमसंग और गूगल के फोन के स्क्रीन की जांच की।
इस दौरान पता चला कि फोन का इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ता अपने फोन के प्रति ज्यादा जागरूक नहीं है।यही वजह है कि बाजार में फोन की स्क्रीन साफ करने के लिए तमाम उत्पाद उपलब्ध होने के बाद भी वह उनका इस्तेमाल नहीं करते हैं। शोध में बताया गया कि अगर समय रहते फोन उपभोक्ता अपनी इन आदतों को नहीं बदलते हैं तो उन्हें आगे इसका बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।