चीन की सेना ने नए सैनिकों की प्रशिक्षण अवधि दोगुनी कर दी है। थल सेना में शामिल होने वाले नए रंगरूटों को तीन महीने की जगह अब छह माह तक प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसका मकसद उनकी युद्ध संबंधी क्षमताओं को बेहतर करना है।
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में शुक्रवार को पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के हवाले से कहा गया कि सेना की विभिन्न कंपनियों में तैनाती से पहले नए सैनिकों को युद्ध कौशल का प्रशिक्षण दिया जाएगा। भर्ती होने वाले नए सैनिक अपने सीनियर के साथ तालमेल नहीं बिठा पाते और इन सीनियर को भी पर्याप्त प्रशिक्षण नहीं मिला है।
पीएलए के प्रशिक्षण ब्यूरो के एक अधिकारी ने कहा, ‘अब नए सैनिकों को ज्यादा प्रभावी प्रशिक्षण दिया जाएगा। मानक के अनुसार प्रशिक्षित होने पर वे युद्ध यूनिटों में तैनाती पाने में सक्षम हो सकेंगे।’ पीएलए दुनिया की सबसे बड़ी सेना है। इसमें करीब 20 लाख सैनिक हैं।