अब राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच व्हाइट हाउस में होने वाली नई बैठक पर चर्चा करने के लिए तैयार है। इंटरफेक्स समाचार एजेंसी ने शुक्रवार को अमेरिका में मौजूद रूस के राजदूत एनाटोली एंटोनोव का हवाला देते हुए यह बात कही। दरअसल, व्हाइट हाउस ने गुरुवार को कहा कि ट्रंप ने पुतिन को वाशिंगटन आने के लिए आमंत्रित किया है। इसके बाद एंटोनोव ने शुक्रवार को कहा कि पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन में चल रहे विवाद को हल करने के बारे में ट्रंप को ठोस प्रस्ताव दिए हैं। हालांकि वो प्रस्ताव क्या हैं, उन्होंने इसका जिक्र नहीं किया।
अमेरिकी सांसद अगस्त में जायेंगे रूस
एंटोनोव ने बताया कि व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी डोनाल्ड ट्रंप के बीच व्हाइट हाउस में होने वाली नई बैठक पर चर्चा करने के लिए कई अमेरिकी सांसद अगस्त के शुरुआती हफ्ते में रूस जायेंगे। वहां वे बड़े अधिकारियों से मिलकर पुतिन और ट्रंप के बीच व्हाइट हाउस में होने वाली नई बैठक की तारीख तय करेंगे। बता दें कि इस सप्ताह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को हेलिंसकी में व्लादिमीर पुतिन से मिलना बहुत भारी पड़ गया था। उन्होंने वार्ता के दौरान अमेरिकी खुफिया विभाग के खिलाफ ऐसा बयान दे दिया, जिससे अमेरिका की राजनीति में विवादों का तूफान आ गया।
खुफिया एजेंसी पर बवाल
दरअसल, हेलिंसकी में बैठक के बाद जब दोनों राष्ट्रपति मीडिया के सामने मुखातिब हुए तो एक पत्रकार ने ट्रंप से सवाल किया, ‘पुतिन ने 2016 राष्ट्रपति चुनावों में दखल के आरोप को नकार दिया है लेकिन अमेरिका की खुफिया एजेंसियों का कहना है कि रूस ने दखल दिया है। आपसे सवाल ये है कि आप क्या मानते हैं?’ इसपर ट्रंप से जवाब देते हुए कहा, ‘अमेरिकी अधिकारियों ने मुझे बताया कि उन्हें ऐसा लगता है कि रूस का हाथ है। अभी मेरे साथ पुतिन हैं, उन्होंने अभी कहा कि रूस का हाथ नहीं है। मैं भी यही कहूंगा कि आखिर उन्होंने ऐसा क्यों किया होगा।’ ट्रंप के इस जवाब के बाद अमेरिका की राजनीति में विवादों का तूफान आ गया, जिसके बाद उन्हें एक स्पष्टीकरण देना पड़ा और अपनी गलती भी माननी पड़ी।